सोनीपत। शहर के बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में महिला की दोनों किडनी निकाले जाने का मामला सामने आया है। परिजनों को दोनों किडनी निकालने का मामला पता लगा तो उन्होंने अस्पताल में हंगामा कर दिया। महिला की एक किडनी में पथरी होने के कारण इंफेक्शन हो गया था। चिकित्सक ने एक किडनी निकालने की बात कही थी। परिजनों की सहमति के बाद ऑपरेशन शुरू हुआ तो चिकित्सक ने बिना परिजनों की सहमति लिए दोनों किडनी निकाल दी। जिससे महिला की हालत गंभीर होने पर उसे वेंटिलेटर पर भर्ती कराया गया है। दोनों किडनी निकालने से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा कर दिया। हंगामें की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा परिनजों को शांत कर मामले की जांच शुरू कर दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
आठ माह से चल रहा था महिला का उपचार
राजेंद्र नगर निवासी आनंद ने बताया कि उनकी पत्नी वीणा का 8 माह से बहालगढ़ रोड पर स्थित निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। उनकी एक किडनी में पथरी थी। जिसकी वजह से किडनी में संक्रमण होना शुरू हो गया था। उपचार के दौरान चिकित्सक ने वीणा की एक किडनी निकालने का बात कही थी। परिजनों की ओर से सहमति मिलने पर बुधवार दोपहर बाद वीणा का ऑपरेशन शुरू किया गया। ऑपरेशन के दौरान महिला की एक किडनी निकाल दी, लेकिन किसी कारणवश चिकित्सक ने परिजनों को बिना बजाय उनकी दूसरी किडनी निकालनी पड़ी। ऑपरेशन के बाद अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें मामले से अवगत कराया। परिजनों ने चिकित्सक से ढूंढने की कोशिश की तो चिकित्सक नहीं मिला तो अस्पताल में हंगामा कर दिया। महिला की हालत खराब होने पर वेंटिलेटर पर भर्ती किया गया है।
महिला को डायलिसिस पर रहना होगा
नागरिक अस्पताल के फिजिशियन डॉ. शैलेंद्र राणा ने बताया कि महिला की एक किडनी के बजाय दो किडनी निकालना गलत है। किडनी निकालने के लिए पहले विभिन्न तरह की जांच होती है। जांच प्रक्रिया के बाद किडनी निकालने के लिए ऑपरेशन किया जाता है। अगर दोनों किडनी निकाली गई है तो उसकी जिंदगी बचाने के लिए डायलिसिस पर रखना बहुत जरूरी है।