Fatehabad: जिला न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को एक ऐतिहासिक रिकार्ड कायम किया। इस बड़ी लोक अदालत में न्यायाधीशों ने 11419 मामलों का आपसी सहमति से निपटान कर दिया। इतने मामलों का एक साथ निपटान करना फतेहाबाद के इतिहास में रिकार्ड की बात है। अब इन मामलों का फैसला होने के बाद अदालतों के सिर से काफी बोझ कम हो जाएगा। हालांकि कुल निपटारे के लिए 15677 मामले रखे गए थे।

लोक अदालत में आपसी सहमति से हुआ केसों का निपटारा

जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की ओर से शनिवार को जिला व उपमंडल की न्यायिक परिसरों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान न्यायाधीशों ने दोनों पक्षों की आपसी सहमति से मामलों का निपटान किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 15677 मामलों में से 11419 मामलों की सुनवाई की गई तथा कुल एक करोड़ 29 लाख 12 हजार 356 रुपये की राशि जुर्माना व अवार्ड के रूप में पास की गई। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री लिटिगेशन के 12705 मामलों में से 10193 मामलों का निपटारा किया गया तथा 13 लाख 45 हजार 731 रुपये अवार्ड व जुर्माना राशि तथा कोर्ट में लंबित मामलों के 2972 मामलों में से 1226 मामलों का निपटारा किया। जबकि एक करोड़ 15 लाख 66 हजार 625 रुपए की राशि जुर्माना व अवार्ड के रूप में पास की गई।

वर्ष की पहली लोक अदालत ने बनाया रिकार्ड

मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव समप्रीत कौर ने बताया कि इस वर्ष की पहली राष्ट्रीय लोक अदालत ने रिकार्ड बनाया है। लोक अदालत में विभिन्न अदालतों में लंबित मुकदमों अपराधिक मामलों, एनआईए एक्ट, बैंक रिकवरी, एमएसीटी, श्रम विवाद, बिजली व पानी बिल, वैवाहिक विवाद, भूमि अधिग्रहण, सर्विस मामलों सहित अन्य सिविल मामलों की सुनवाई की गई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के अध्यक्ष डीआर चालिया द्वारा जिला स्तर पर गठित बैंचों ने लोक अदालत में मामलों की सुनवाई की। इसी प्रकार से उपमंडल टोहाना व रतिया की अदालतों में न्यायाधीशों ने मामलों की सुनवाई कर नागरिकों के मामलों का निपटान किया।