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Tiger News In Rewari: राजस्थान के सीमावर्ती गांव खुशखेड़ा में एक बुजुर्ग किसान पर हमला करने के बाद नर बाघ हरियाणा की सीमा में जिले के निखरी व भटसाना गांव के कच्चे बांध की ओर पहुंच गया। इससे गांव के लोगों में दहशत का माहौल बन गया। राजस्थान के उप वन संरक्षक ने बाघ की लोकेशन ट्रैक करने के बाद जिले के वन व वन्य प्राणी विगाग के अधिकारियों को इसकी सूचना देते हुए एडवाजरी जारी की है। सूचना मिलने के बाद बावजूद दोपहर बाद तक वन विभाग या वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे थे।

एसटी-2003 बाघ तीन माह से किशनगढ़ वन में कर रहा विचरण

एसटी-2003 से नामांकित बाघ लगभग तीन माह से किशनगढ़ वन एरिया में विचरण कर रहा था। गत वीरवार को बाघ ने खुसखेड़ा निवासी 75 वर्षीय किसान रघुबीर पर हमला कर दिया। आसपास के लोगों के मौके पर पहुंचने के कारण बाघ वहां से निकल गया। रघुबीर को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया गया है। किसान पर हमले की सूचना मिलते ही राजस्थान वन विभाग व वन्य जीव विभाग की टीमों ने उसकी लोकेशन ट्रैक करना शुरू कर दिया।

भटसाना के पास लोकेशन, निखरी के पास मूवमेंट

बाघ की लोकेशन धारूहेड़ा के निकट भटसाना में ट्रैक हुई, जहां उसके पैर के निशान भी देखे गए। इसके बाद बाघ की मूवमेंट निखरी की ओर हुई। भटसाना गांव में बांध के पास रात को बाघ देखा गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर उसकी तलाश शुरू कर दी। निखरी के ग्रामीणों ने भी रेवाड़ी फोरेस्ट विभाग के अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि उनकी टीमें टाइगर को रेस्क्यू करने में जुटी गई है।

वन विभाग के दावों को नकारा, खुद कर रहे तलाश 

वन विभाग के एक अधिकारी संदीप कुमार ने राजस्थान विभाग की सूचना मिलने के बाद विभाग की टीमों को बाघ की तलाश के लिए भटसाना में मौके पर भेजने का दावा किया। जिसे ग्रामीणों ने सिर से खारिज कर दिया। भटसाना के सरपंच भूपसिंह न निखरी के सरपंच सुनील कुमार ने वन अधिकारी के दावे को सिरे से खारिज कर दिया। दोनों गांवों के सरपंचों ने बताया कि दोपहर तक ग्रामीण अपने स्तर पर बाघ की तलाश में जुटे हुए थे। ग्रामीणों के अनुसार बाद में कुछ पुलिसकर्मी गांव में जरूर पहुंच गए। बाघ की सूचना से दोनों गांवों के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। दूसरी ओर राजस्थान वन विभाग की ओर से एडवाजरी जारी की गई है, जिसमें किसानों को सुबह दिन निकलने से पहले और शाम को सूर्यास्त के बाद खेतों में नहीं जाने की सलाह दी है। बाघ नजर आने पर उस पर लाठी-डंडों से हमला नहीं करने की चेतावनी भी दी गई है।