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हरियाणा के रोहतक में एएसजे रजनी यादव की कोर्ट ने कारौर गांव में जून 2009 में हुई हत्या के मामले में गैंगस्टर काला जठेडी व उसके सात साथियों को उम्रकैद की सजा और 30-30 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है।

रोहतक। एएसजे रजनी यादव की कोर्ट ने कारौर में हुए राकेश हत्याकांड में सात आरोपियों को  दोषी करार दिया है। जिसमें कुख्यात गैंगस्टर काला जठेडी सहित सात लोगों को उम्र कैद की सजा व 30-30 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। वर्ष 2009 में कारौर में हुए गोलीकांड में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि दो लोग गोली लगने से घायल हुए थे। कारौर गांव में दो गुटों के बीच लंबे समय से खूनी खेल खेला जा रहा है तथा गैंगस्टर काला जठेड़ी व अनिल उर्फ लीला पहले से ही जेल में बंद हैं और हत्याकांड में शामिल अजरूद्दीन, सोमबीर उर्फ मोटा, राजकुमार इस मामले में भगोड़ा हो चुके हैं। गांव में चल रही गैंगवारी में कई लोग अभी जेलों में बंद हैं।

2009 में हुई थी गांव में फायरिंग

मामले की पैरवी कर रहे एडवोकेट सुरेंद्र वर्मा ने बताया हिम्मत ने पुलिस को शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि 18 जून 2009 को सूचना मिली कि कारौर में फायरिंग कर दी गई है। जिसमें राकेश उर्फ बन्टी, सुनील व पप्पू को गोलियां लगी हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए पीजीआई भिजवाया। जहां उपचार के दौरान राकेश की मौत हो गई थी। मामले की जांच के बाद कारौर निवासी अनिल उर्फ लीला, अजरूद्दीन, सोमबीर उर्फ मोटा, राजकुमार, रोहित उर्फ रॉकी, राजेश, टिटू उर्फ संदीप, संदीप काला जठेडी, सुमित उर्फ सन्नी और राकेश उर्फ बौदा पर हत्या का केस दर्ज किया गया था। मामला तभी से अदालत में विचाराधीन था तथा सुनवाई पूरी होने के बाद एएसजे रजनी यादव की कोर्ट ने आरोपियों को दोषी मानते हुए सजा सुनाई।

जेल में जठेड़ी, तीन अभी भी फरार

शनिवार को कोर्ट ने गैंगस्टर काला जठेड़ी सहित उसके साथ साथियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। काला जठेड़ी व अनिल उर्फ लीला अभी जेल में हैं, जबकि उनके साथी अजरूद्दीन, सोमबीर उर्फ मोटा, राजकुमार को अदालत ने भगौड़ा घोषित किया हुआ है। कोर्ट ने अपने फैसले में भगौड़े घोषित किए गए आरोपियों को भी दोषी मानते हुए सजा सुनाई है। कारौर में दो पक्षों में कई साल से खूनी खेल चल रहा है। जिसमें दोनों पक्षों के कई लोगों की जान जा चुकी है। अनिल उर्फ लीला और काला जठेडी सहित कई आरोपी पहले से कस्टडी में है। अनिल कई साल से गिरोह चला रहा है। जिसके कई सदस्य जेल में बंद हैं।

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