नारनौल। महेंद्रगढ़ जिले के गांव गोलवा में सरपंच के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। आरोपियों ने सरपंच के बचाव में आई उसकी पत्नी और भाभी को भी नहीं बख्शा। बताया जा रहा है कि गांव के सरपंच प्रकाश ने गांव के दो युवकों की पैरोल के लिए गवाही दी थी। जिसे खफा विरोधी पक्ष ने पहले फोन कर सरपंच को धमकाया। शाम को अपने भतीजे की दुकान पर बैठे आरोपियों ने रास्ते में सरपंच का रास्ता रोककर उस पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। हमलावरों से बचाने के लिए आई सरपंच की पत्नी और भाभी को भी आरोपियों ने पीट दिया।
पहले रास्ता रोका, फिर किया लाठी डंडों से हमला
सरपंच प्रकाश सिंह ने बताया कि गांव के ही मुकेश ने उसके पास फोन कर मिलने की बात कही। रात करीब साढ़े सात बजे वह अपने घर जा रहा था। रास्ते में मुकेश के भतीजे की दुकान आती है तथा मुकेश वहीं पर बैठा हुआ था। पहले तो उसने मेरा रास्ता रोककर जातिसूचक गालियां दी तथा घर जाने से रोका। निजामपुर थाना पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी ने कहा तुझे सरपंच बना दिया, अब तेरी सरपंची देखेंगे। यह कहते हुए मुकेश व सचिन ने लाठी-डंडों से उसके साथ मारपीट शुरू कर दी।
बीच बचाव करने आई पत्नी व भाभी से की धक्का मुक्की
सरपंच ने आरोप लगाया कि शोर सुकनर उसकी पत्नी रीना और भाभी बबीता बीच बचाव करने आई। आरोपियों ने उनके साथ भी धक्का मुक्की की तथा धक्का मुक्की में उसकी पत्नी का मंगलसूत्र गिर गया। जो काफी प्रयासों के बाद भी नहीं मिला। इसके बाद वहां पर मौजूद गांव के लीलाराम, विजय कुमार ने बीच-बचाव करके उसकी जान बचाई। सूचना के बाद निजामपुर थाना पुलिस ने सरपंच के शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विक्रम व अशोक की दी थी गवाही
सरपंच प्रकाश सिंह ने बताया कि उसने गांव के ही विक्रम व अशोक की पैरोल के लिए गवाही की रिपोर्ट की थी थी। मुकेश इसी बात के कारण उससे रंजिश रखता है। इसी के चलते उसने सोमवार को सचिन के साथ उसका रास्ता रोककर उस पर लाठी डंडों से हमला किया। शिकायत में सरपंच ने आरोपियों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए अपनी व अपनी परिवार की जान को भी खतरा बताया है।