Jakhal: शिक्षा गुरुओं द्वारा विद्यालय में विद्यार्थियों को पौधरोपण कर पर्यावरण व हरियाली के लिए जागृत किया जाता हैं, लेकिन क्षेत्र में एक शिक्षा के मंदिर में अध्यापकों की नाक तले ही हरे पेड़ों पर आरी चलाकर पेड़ों की बलि दे दी गई। गांव रुपावली स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में खड़े हरे-भरे पेड़ काट डाले। इन पेड़ों को किस अधिकारी ने कटवाया या किस मजदूर, कर्मचारी द्वारा इन्हें काटा गया, यह सब जांच का विषय है। मगर इससे सरकार की प्राण वायु देवता योजना को पलीता लगा है। ग्रामीणों द्वारा कुछ दिन पहले इस मामले की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को दी थी। इस पर संज्ञान लेते हुए अब डीईओ ने खंड शिक्षा अधिकारी को गांव रुपावली में जोर जबरदस्ती कर काटे गए हरे पेड़ों के मामले की जांच के लिए खंड स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है।
जांच के लिए कमेटी में इन लोगों को किया शामिल
डीईओ के निर्देशन पर जांच के लिए जाखल के बीईओ ने राजकीय कन्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाखल के प्रधानाचार्य राममेहर, राजकीय उच्च विद्यालय के मुख्यध्यापक परमिंदर सिंह व महान मिशन पब्लिक स्कूल के इंग्लिश पीजीटी विनोद कुमार की तीन सदस्य कमेटी गठित कर एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट खंड शिक्षा कार्यालय जाखल में प्रस्तुत करने के बारे में पत्र प्रेषित किया है। ग्रामीणों ने शिकायत में आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में लगे पेड़ों में से कुछ पेड़ बेचकर पैसों का बंदरबांट कर लिया है। ऐसे में ग्रामीणों द्वारा उक्त मामले की निष्पक्ष जांच कर, किस अधिकारी द्वारा पेड़ों को कटवाया गया, किसी कर्मचारी मजदूर द्वारा इन हरे पेड़ों को काटा गया हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।
ऐसे होता है काली कमाई का पूरा खेल
हरे पेड़ों को इसलिए काटा जाता है क्योंकि सूखे पेड़ों की बजाए हरे पेड़ों में वजन ज्यादा होता है। वजन ज्यादा होने के कारण उनको बेचते समय दाम भी अधिक मिलता है। ग्रामीणों ने इसकी जांच कर दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाने की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ लोगों द्वारा मिलाभगत कर अपनी काली कमाई करने के लिए हरे भरे पेड़ों की जड़ों में आरी चलाई गई हैं।
तीन सदस्यीय कमेटी मामले में कर रही जांच
खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष भांभू ने बताया कि गांव रुपावली में हरे पेड़ काटने के संबंध में इसकी उचित जांच के लिए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन पर तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है। ये टीम कल ही विद्यालय में जाकर जांच करेगी। जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उस पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं वन रेंज अधिकारी टोहाना कश्मीर सिंह ने बताया कि गांव रूपावाली में हरे पेड़ काटने के संबंध में उनके पास अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है। यदि ऐसी कोई शिकायत आती है तो उसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।