Farmers Rail Roko Movement: 13 फरवरी, 2024 से पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान का आंदोलन चल रहा है। यहां किसान अभी भी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने एक बार फिर अपना आंदोलन तेज कर दिया। किसानों ने आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की मांग को लेकर 17 अप्रैल से शंभू बॉर्डर पर रेल रोको अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया, जो चौथे दिन भी जारी है। किसानों का कहा है कि जब तक उनके गिरफ्तार किए गए किसान भाइयों को रिहा नहीं किया जाएगा, जब तक रेल रोको आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों का रेल रोको आंदोलन चौथे दिन भी जारी
किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते अंबाला कैंट से पंजाब और जम्मू-कश्मीर जाने वाला रेलवे ट्रैक पूरी तरह से जाम है। ट्रैक जाम होने के कारण दिल्ली और उत्तर प्रदेश की तरफ से हरियाणा होते हुए पंजाब और जम्मू-कश्मीर जाने वाली सभी ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। किसानों के आंदोलन के चलते शनिवार को भी 54 ट्रेन कैंसिल हुई हैं।
जींद रैली में करेंगे बड़ा ऐलान
भारतीय रेलवे की ओर से कैंसिल हुई ट्रेनों की लिस्ट जारी की गई है। ट्रेनों के कैंसिल होने से यात्रियों को भी बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, किसानों ने जेल में बंद अपने भाइयों की रिहाई को लेकर 22 अप्रैल को जींद में एक रैली करने का फैसला किया है। इसके साथ ही किसान जींद रैली में आंदोलन को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
बता दें कि किसान हरियाणा और पंजाब के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं। MSP पर गारंटी की मांग कर रहे किसानों ने इस दौरान कई बार दिल्ली आने की कोशिश की, लेकिन इस बार पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। आंदोलन के दौरान 9 किसानों समेत 12 लोगों की मौत भी हुई। इसके अलावा पुलिस ने कई किसानों को गिरफ्तार भी किया।