Sonipat: गोहाना में संत कबीरदास की रैली में सोनीपत रोडवेज बेड़े से 55 बसें प्रशासनिक ड्यूटी के लिए भेजी गई, जिसके कारण विभिन्न रूटों पर जाने वाले यात्रियों को बसें नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ा। बस अड्डे पर पहुंचने वाले यात्री घंटों बस का इंतजार कर वापस लौटते रहे। दिन भर यही स्थिति बनी रही। देर शाम को रैली समाप्त होने के बाद रैली में आने वाले लोगों को छोड़कर वापिस बसें लौटी। दिन भर दैनिक यात्रियों को परेशानी का सामना करने पर मजबूर होना पड़ा।

रैली में भीड़ जुटाने के लिए लगाई थी बस

बता दें कि गोहाना अनाज मंडी में संत कबीरदास रैली का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहुंचे। रैली में भीड़ जुटाने के लिए गांव-गांव से लोगों को आने व वापिस छोड़ने के लिए विभाग की तरफ से सोनीपत रोडवेज विभाग से 55 बसें रैली के लगाई गई। जिसके चलते सोनीपत डिपो से रोडवेज की 45 बसें, वहीं गोहाना से 10 बसें रैली के लिए लगाई गई। ऐसे में बस अड्डे पर दिन भर बसें कम नजर नहीं आई। विभिन्न रूटों पर जाने वाले यात्रियों को लंबे इंतजार के बाद भी बसें नहीं मिलने से निजी वाहनों पर ही निर्भर रहना पड़ा।

यह रही बसों की स्थिति

सोनीपत जिले के रोडवेज बेड़े में 218 बसें हैं। वहीं किलोमीटर स्कीम की 63 बसें है। शनिवार को विभाग की तरफ से 45 बसों को सोनीपत डिपों व 10 बसों को गोहाना सब डिपो से रैली में भीड़ जु़टाने के लिए लोगों को गांव से लाने के लिए लगा दिया गया। लंबे व ग्रामीण क्षेत्र के रुटों पर बसों की कमी देखने को मिली। जिसके चलते दैनिक यात्रियों को परेशानी का सामना करने पर मजबूर होना पड़ा। जिस कारण यात्रियों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ी।

प्रशासनिक ड्यूटी पर लगाई थी बस

सोनीपत बस डिपो के एसएस सुरेंद्र सिंह ने बताया कि परिवहन विभाग से मिले निदेर्शों के अनुसार प्रशासनिक ड्यूटी के लिए बसों को रवाना कर दिया था। हालांकि यह बसें शाम को वापस लौट आई। बसें कम होने से कई रूटों पर परिवहन सेवाएं लेट-लतीफी से चली। हालांकि शेष बसों से यात्रियों को बेहतर परिवहन सेवाएं देने का प्रयास किया गया।