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हरियाणा के रेवाड़ी में सैनिक स्कूल को गोठड़ा में शिफ्ट हुए एक साल हो गया, लेकिन अभी तक हॉस्टल खेल विभाग को हैंडओवर नहीं किया। खेल विभाग का करीब 70 लाख रुपए सैनिक स्कूल पर बकाया है। इस मामले में विभाग ने खेल निदेशालय व रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा है।

Rewari: सैनिक स्कूल को गोठड़ा स्थित नए भवन में शिफ्ट हुए एक साल होने वाला है, लेकिन अभी तक खेल एंव युवा कार्यक्रम विभाग को अपना यूथ हॉस्टल नहीं मिल पाया है। विभाग के यूथ हॉस्टल में सैनिक स्कूल का छात्रावास चल रहा था। हालांकि सैनिक स्कूल प्रबंधन खेल विभाग को यूथ हॉस्टल हैंडओवर करने को तैयार है, लेकिन यूथ हॉस्टल के किराए को लेकर अभी तक संशय बना हुआ है। खेल विभाग बिना मेंटेनेंस के यूथ हॉस्टल लेने को तैयार नहीं है। फिलहाल बंद पड़े यूथ हॉस्टल की हालत दयनीय होती जा रही है। यूथ हॉस्टल परिसर में अभी तक सैनिक स्कूल प्रबंधन की ओर से बनाए गए लकड़ी के चेंबर भी नहीं हटाए गए है। खेल विभाग का कहना है कि सैनिक स्कूल पर करीब 70 लाख रुपए किराया बकाया है।

यूथ हॉस्टल को मरम्मत की दरकार

खेल एंव कार्यक्रम विभाग के राव तुलाराम स्टेडियम के पास बने हुए यूथ हॉस्टल में करीब 2008-09 से सैनिक स्कूल के कैडेट्स के लिए छात्रावास बनाया हुआ था। विभाग के अनुसार सैनिक स्कूल प्रबंधन का इस पर किराया व मेंटेनेंस सहित प्रतिमाह 40 हजार राशि के हिसाब से करीब 70 लाख रुपए बकाया है। सैनिक स्कूल का छात्रावास गोठड़ा के नए भवन में शिफ्ट हो चुका है, लेकिन इस बीच करीब 14 सालों में यूथ हॉस्टल की दशा बिगड़ चुकी है, जिसका मेंटेनेंस होना जरूरी है।

अभी तक हैंडओेवर नहीं हुआ यूथ हॉस्टल

खेल विभाग का यूथ हॉस्टल अभी सैनिक स्कूल के पास ही है। जबकि सेक्टर-4 स्थित स्कूल खाली हो चुका है, जिसकी एक प्राइवेट एनजीओ को लीज पर देने के कारण हालत बिगड़ चुकी है। यूथ हॉस्टल व सेक्टर-4 स्कूल में अभी भी सैनिक स्कूल प्रबंधन की ओर से कैडेट्स बढ़ने पर बनवाए गए लकड़ी के चेंबर अभी भी स्थापित है, जिनको अभी हटाया नहीं गया है। प्रशासन की ओर से सेक्टर-4 स्कूल की दशा सुधारने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे।

एक बार भी नहीं मिला किराया

सैनिक स्कूल प्रबंधन की ओर से खेल विभाग को 14 साल से यूथ हॉस्टल का एक बार भी किराया नहीं दिया गया। विभाग के अनुसार सैनिक स्कूल प्रबंधन पर करीब 70 लाख रुपए मेंटेनेंस व किराए के बकाया है। खेल विभाग के डीएसओ का कहना है कि विभाग यूथ हॉस्टल लेने को तैयार है। स्कूल प्रबंधन की ओर से एक बार भी किराया नहीं दिया गया। यूथ हॉस्टल की मेंटेनेंस के बिना हालत बिगड़ चुकी है। सैनिक स्कूल प्रबंधन यूथ हॉस्टल का किराया जमा कराए व मेंटीनेंस कराकर विभाग को हैंडओवर करें। इस समस्या के समाधान के लिए खेल निदेशालय व रक्षा मंत्रालय को पत्र भी लिखा जा चुका है।

14 साल बाद शिफ्ट हुआ सैनिक स्कूल

सैनिक स्कूल अगस्त 2008 में शुरू हुआ था। इसके बाद से उधार के भवनों में चल रहा था। पहले इसे सेक्टर-4 में बने कुछ कमरों में चलाया गया। इसके बाद यह राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के लिए बने भवन में चलाया गया। हॉस्टल रहने वाले बच्चों के लिए राव तुलाराम स्टेडियम में बने यूथ हॉस्टल को लिया गया। इसके बाद अप्रैल 2023 में सैनिक स्कूल व हॉस्टल को गोठड़ा स्थित नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया।

यूथ हॉस्टल की हालत हो चली जर्जर : मदनलाल

डीएसओ रेवाड़ी मदनपाल ने बताया कि मेंटीनेंस के बिना यूथ हॉस्टल की हालत दयनीय हो चुकी है। सैनिक स्कूल की ओर से हॉस्टल खाली करने के बाद न तो मेंटीनेंस कराया गया और न ही किराया दिया गया, जिसके लिए खेल निदेशालय व रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा जा चुका है।

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