चंडीगढ़। पेपर लीक व प्रश्न पत्र पैटर्न को लेकर कई बार विवादों में आए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में नए चेयरमैन व सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया की आहट के साथ लॉबिंग भी शुरू हो गई है। चेयरमैन व सदस्यों बनने की चाह रखने वाले संगठन में बैठे अपने आकाओं के माध्यम से अपनी नियुक्ति का रास्ता बनाने की कवायद में जुट गए हैं। एचएसएससी के चेयरमैन भोपाल सिंह 23 मार्च को अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही पद से त्यागपत्र दे चुके हैं। भाजपा ने प्रदेश में सरकार का चेहरा बदल दिया है। मनोहर की जगह अब नायब सैनी प्रदेश के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। ऐसे में देखना होगा कि एचएसएससी चेयरमैन व सदस्यों के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान होने वाली पहली बड़ी नियुक्ति में नए मुख्यमंत्री किसे मौका देते हैं।
चेयरमैन के साथ 6 सदस्यों की होगी नियुक्ति
मुख्यमंत्री कार्यालय से कर्मचारी चयन आयोग में नए चेयरमैन और सदस्यों की नियुक्ति को हरीझंडी मिल चुकी है। बोर्ड के वर्तमान चेयरमैन व सदस्यों का कार्यकाल 23 मार्च को समाप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय से हरीझंडी मिलने के बाद सरकार की ओर से नए चेयरमैन और सदस्यों के चयन के लिए मंडल आयुक्तों को पत्र लिखकर इस क्रम में सिफारिश भेजने को कहा है। नियमानुसार इसमें एक दशक नौकरी करने वाले आवेदन कर सकेंगे।
भोपाल सिंह खदरी का रहा लंबा कार्यकाल
पूर्व मंत्री स्वर्गीय रत्नलाल कटारियों के निजी सचिव रहे भोपाल सिंह खदरी मनोहर सरकार के एचएसएसी में लंबे समय तक रहे हैं। भोपाल सिंह ने पहले छह साल कर्मचारी चयन आयोग में सदस्य के रूप में काम किया तथा फिर तीन साल के लिए चेयरमैन की जिम्मेदारी मिली। सदस्य के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले भोपाल सिंह ने एचएसएससी में पेपर लिक व अन्य विवादों के चलते चेयरमैन के रूप में अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही त्यागपत्र दे दिया।