सफीदों/जींद: उपमंडल के गांव सिंघाना में देर रात ग्रामीणों ने एक मरी हुई मुर्गियों व सड़े हुए अंडों से भरा टैंपों गांव की नहर में डालते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। ग्रामीणों द्वारा टैंपों को पकड़ने के बाद इसका चालक मौके से फरार हो गया। मामले की सूचना डायल 112 को दी गई। सूचना पाकर डायल 112 टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने साफ किया कि जब तक संबंधित हैचरी वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक वे इस टैंपों को छोड़ने वाले नहीं हैं। ग्रामीण पकड़े हुए टैंपों को लेकर नगर के एसडीएम कार्यालय में पहुंचे और एसडीएम के पीए को ज्ञापन दिया।

नहर के पास से गुजरना हुआ ग्रामीणों का मुश्किल

ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव के पास हैचरियां हैं और उन हैचरियों में मरी हुई मुर्गियों व सड़े हुए अंडों को टैंपों में भरकर नहर में डाल दिया जाता है। इन मुर्गों व अंडों के कारण इस क्षेत्र में सैकड़ों की तादाद में कुत्ते मंडराने लगे हैं। इन कुत्तों के कारण लोगों का रहना व यहां से निकलना दूभर हो गया है। कुत्ते अक्सर लोगों व राहगीरों को काट लेते है। साथ ही साथ नहर में मुर्गे निकालकर उनके खेतों में ले जाते हैं और उनकी फसलों को तबाह कर देते हैं।

पानी व पर्यावरण में फैलाया जा रहा प्रदूषण

ग्रामीणों ने कहा कि नहर में मरी हुई मुर्गियां डालकर जल प्रदूषित किया जा रहा है। वहीं, कुत्ते मरी हुई मुर्गियों को निकालकर खेतों में ले जाते हैं, जिससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इस प्रकार से गंदगी डालने के कारण पूरे गांव में भारी प्रदूषण फैला हुआ है और बड़ी बीमारी फैलने का अंदेशा बना हुआ है। यह प्रक्रिया पिछले कई सालों से चली हुई है। वे प्रशासन को इस बारे में कई बार अवगत करवा चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने रात्रि में एक टैंपों को नहर में मरी मुर्गियों व सड़े हुए अंडों को डालते हुए पकड़ा है।