Haryana News: वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर द रेवेन्यू पटवारी एंड कानूनगो एसोसिएशन (आरपीकेए) के बैनर तले पटवारियों और कानूनगो की पड़ताल आज गुरुवार को दूसरी दिन भी जारी है। बता दें कि बीते दिन बुधवार से तीन दिवसीय हड़ताल शुरू की थी। 3 से 5 जनवरी तक पटवारी और कानूनगो भूमि रिकॉर्ड से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करने फैसला किया है। वे अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। पटवारी और कानूनगो के हड़ताल के चलते भूमि माप, भू-अभिलेख, फसल सत्यापन सहित अन्य कार्य प्रभावित हो गए हैं।

एसोसिएशन की ये हैं मांगे

बता दें कि जिले में 80 पटवारी और 15 कानूनगो हड़ताल कर रहे हैं। हालांकि जिले में अभी तक रजिस्ट्रियों का कार्य पर ज्यादा प्रभाव नहीं देखने को मिल रहा है, लेकिन पटवार भवन में दस्तावेज बनवाने, राजस्व और अन्य प्रकार के कार्यों से आने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एसोसिएशन की मांग है कि पटवारियों के खाली पद भरे जाएं और ग्रेड-पे 32 हजार 100 रुपए किया जाए। पटवारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। 

 'देश को प्रधानमंत्री-पटवारी ही चला रहे'

वहीं, एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी सुदांशु ने प्रधानमंत्री के एक भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश को या तो प्रधानमंत्री चला रहा है या पटवारी। ऐसे में हरियाणा सरकार को पटवारियों की जायज मांगें मानने में किसी भी प्रकार की देरी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार देरी ही नहीं बल्कि मांगों को इग्नोर कर रही है। जिसके चलते हमें हड़ताल करना पड़ा रहा है। सुदांशु ने आगे कहा कि अभी भी मांगें नहीं मानी, तो आगे कड़ी रणनीति बनाई जाएगी।

5 जनवरी तक हड़ताल पर पटवारी

वहीं, जिला प्रधान मुकेश कश्यप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पटवारियों व कानूनगो के वेतन की विसंगतियां एक साल बीत जाने पर भी दूर नहीं हुई हैं। खुद मुख्यमंत्री भी ग्रेड-पे बढ़ाने की बात पूरी नहीं करवा पाए हैं। अब पटवारी व कानूनगो 5 जनवरी तक हड़ताल पर रहेंगे।

सीएम के साथ भी हुई थी बैठक फिर नहीं पूरी हुईं मांगें

जिला सचिव दिलावर सिंह ने कहा कि दिल्ली के हरियाणा भवन में पिछले साल एसोसिएशन व सीएम की बैठक हुई थी। इसमें सीएम ने 32 हजार 100 रूपए ग्रेड-पे का वादा किया था। इसकी अधिसूचना भी जारी हो गई थी, लेकिन पटवारियों को इसका लाभ आज तक नहीं मिला। उन्होंने कहा कि 2013 में लगे पटवारियों को भी वही वेतन मिल रहा है, जो 2023 में लगने वाले का हैं। 

तीन साल से नहीं हुई कोई परिक्षा

प्रधान मुकेश कश्यप ने कहा कि नायब तहसीलदार की प्रमोशन के लिए विभाग हर साल परीक्षा लेता था। अब 3 साल से कोई परीक्षा नहीं ली गई। महासचिव सुखविंद्र सिंह ने कहा कि सरकार पटवारी की जायज मांग को जल्द पूरा करें। पटवारी सुरेंद्र ने कहा कि उनकी सुनवाई नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।

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