Panipat: एक छात्रा ने सुसाइड नोट लिखकर जहरीला पदार्थ निगल लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। छात्रा ने सुसाइड नोट में इस घटना के लिए अपने पिता को जिम्मेदार ठहराया। मृतका की मां मीना निवासी गांव खरक जाटान ने बताया कि करीब 19 साल पहले उसकी शादी राकेश के साथ हुई थी। उनके दो बच्चे बड़ी बेटी 16 वर्षीय शशि व पुत्र 11 वर्षीय इशांत है। उन्होंने आरोप लगाया कि राकेश शुरूआत से ही उनकी और उनके बच्चों की देखभाल नहीं करता था। वह कोई खर्चा, सामान भी नहीं देता था। वह खुद ही नौकरी कर अपना और अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही थी और बच्चों के साथ मायके में निवास कर रही थी। अपने पिता से तंग आकर ही उसकी बेटी ने आत्महत्या की है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
बीएससी मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी मृतका
मृतका की मां मीना ने बताया कि उसके परिवारवालों और पंचायत ने राकेश को पत्नी-बच्चों को अपने घर ले जाने के बारे में कई बार कहा, लेकिन आरोपी पति नहीं माना। मीना ने बताया कि उनकी बेटी शशि की 12वीं तक की शिक्षा नानका परिवार ने दी थी। अब शशि का गन्नौर के एक कॉलेज में बीएससी मेडिकल में एडमिशन करवाया था। पढ़ाई का खर्च 1.40 लाख था। वहीं पिता राकेश शशि की शिक्षा का खर्च उठाने को तैयार नहीं था, इसके चलते शशि दुखी रहती थी। इसी कारण उसकी बेटी शशि ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। वहीं शशि ने मरने से पहले अपने पिता राकेश के खिलाफ सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें मौत के लिए पिता को जिम्मेदार ठहराया है।
विवाहिता ने फांसी लगाकर किया सुसाइड
पानीपत के गांव सिवाह में विवाहिता प्रीति पत्नी कर्मवीर ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शव को फंदे पर लटका देख इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके से सभी साक्ष्यों को जुटाने के बाद एवं सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया, जहां शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया। वहीं, प्रीति के भाई अजीत निवासी गन्नौर ने ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग के लिए हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।