Chandigarh,योगेंद्र शर्मा । हरियाणा की मनोहर सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को निजी स्कूलों की तर्ज पर ट्रांसपोर्ट (वाहन सुविधा) व्यवस्था प्रदान करने की तैयारी में है। इसके लिए विधिवत नीति लाई जा रही है। पहले चरण में विद्यार्थियों के लिए और बाद में शिक्षकों को भी वाहनों से स्कूल तक ले जाने की योजना तैयार की जा रही है।
अधिकारियों को दिए नीति बनाने के निर्देश;
इसके लिए विधिवत हरियाणा सरकार की ओर से अधिकारियों को नीति तैयार करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद में हरियाणा सरकार स्कूल एजूकेशन के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग के अफसरों से चिंतन-मंथन के बाद 3 किलोमीटर और इससे अधिक दूरी वाले स्कूलों में जाने वाले सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को स्कूल तक जाने के लिए वहां की सुविधा दिए जाने की नीति का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। खास बात यह है कि इसके लिए बड़ी बसों से लेकर छोटी बसों से लेकर थ्री-व्हीलर और छोटे वाहन को भी लिए जाने को लेकर चिंतन मंंथन हो रहा है तथा इसे नए शिक्षा सत्र में योजना को लागू करने की तैयारी
जल्द गठित होंगी कमेटियां
खास बात यह है कि जल्द ही स्कूल स्तर पर समितियों (कमेटी) का गठन कर दिया जाएगा। सरकार इन कमेटियों को पैसा भेजने का काम करेगी। वाहनों पर खर्च होने वाली राशि को यह कमेटी खर्च करेगी औऱ इसका पूरा पूरा हिसाब रखा जाएगा। इन कमेटियों की जिम्मेवारी होगी कि पैसा सही तरीके से खर्च हो और उसका दुरुपयोग नहीं हो। कुल मिलाकर योजना का ड्राफ्ट तैयार है सरकार सरकारी विद्यालयों के तीन किलोमीटर और इससे अधिक दूरी पर जाने वाले विद्यार्थियों को वाहन उपलब्ध कर कर बढ़िया तोहफा देना चाहती है।
स्कूलों के मर्ज हो जाने के बाद कठिनाई
मामूली संख्या वाले विद्यार्थियों से चलने वाले स्कूलों को मर्ज कर दिए जाने के बाद विद्यार्थियों के सामने समस्या आ रही है । जिससे निपटने के लिए सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए थे, इस पर आला अफसरों ने प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर इन्हें भी वाहन उपलब्ध कराने का फैसला लिया है।