करनाल में एसएमसी ट्रेनिंग व सम्मेलन का आयोजन किया गया। हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने बतौर मुख्य अतिथि इस कार्यक्रम में शिरकत की। यहां उन्होंने कहा कि सुबह बच्चे अपने शिक्षकों को गुड मॉर्निंग बोलते हैं। जवाब में टीचर भी गुड मॉर्निंग कहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों से अब गुड मॉर्निंग की जगह जयहिंद बोलने के लिए प्रेरित करें। शिक्षा मंत्री के इस आदेश के पीछे का उद्देश्य बच्चों में देश प्रेम व देश भक्ति की ललक पैदा करना है।
जय हिंद बोलकर करेंगे अभिवादन
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि हमें परिवार के साथ ही स्कूलों से भी संस्कार मिलते हैं। अपने देश के लिए हर किसी के मन में सम्मान होता है। बच्चों में भी देश के प्रति प्रेम बढ़े, इसके लिए फैसला लिया है कि सभी सरकारी स्कूलों में बच्चे अब गुड मॉर्निंग की बजाय जयहिंद बोलेंगे। उन्होंने शिक्षकों से इस दिशा में बच्चों को प्रेरित करने की अपील की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि केवल सरकारी स्कूल ही नहीं बल्कि प्राइवेट स्कूल भी बच्चों में देशभक्ति भरने के लिए इसका अनुसरण करना चाहिए।
पौधे लगाने का आह्वान किया
शिक्षा मंत्री ने सम्मेलन में यह भी कहा है कि शिक्षकों की पदोन्नति के लंबित मामलों को भी जल्द निपटाया जाएगा। प्रदेश में इस समय साढ़े 14 हजार स्कूलों में 25 लाख विद्यार्थी हैं। इन स्कूलों मे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने अपने वादों को पूरा किया है।
इसके अलावा सरकार स्कूलों में साधनों के साथ-साथ शिक्षकों की कमी को भी दूर करेगी। शिक्षा मंत्री ने स्कूल प्रबंधन समिति से आह्वान किया है कि शिक्षा के साथ-साथ मिड-डे-मिल की गुणवत्ता पर ध्यान देना जरुरी है। शिक्षा मंत्री ने बच्चों व अभिभावक से आह्वान किया है कि वह एक पेड़ मां के नाम योजना के तहत घर, स्कूल आसपास के खुले क्षेत्र में पौधे जरुर लगाएं और उनकी सुरक्षा पर भी ध्यान देना जरुरी है।
Also Read: किसान बने सांसद दीपेंद्र हुड्डा, ट्रैक्टर से जोता खेत, ट्यूबवेल पर नहाकर किसानों के साथ खाया खाना
सम्मेलन में कौन रहे मौजूद?
इस सम्मेलन में पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता, एससीईआरटी के निदेशक सुनील बजाज, सहायक निदेशक कुलदीप मेहता, कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद, जिला शिक्षा अधिकारी सुदेश ठकराल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक, डीपीसी उर्वशी विज, उप जिला शिक्षा अधिकारी ज्योत्सना मिश्रा, बीईओ सतपाल बग्गा, राममूर्ति, रविंद्र, सीमा मदान, बलजीत व गुरनाम भी मौजूद रहे।