Surajkund Fair: हरियाणा के फरीदाबाद में लगने वाले सूरजकुंड मेले के 37 वें संस्करण में दुनियाभर की अभूतपूर्व भागीदारी देखने को मिलेगी। आज शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस मेले का उद्घाटन किया। बता दें कि सूरजकुंड मेले को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसको लेकर पर्यटन विभाग ने पहले से ही तैयारियां करना शुरुकर दिया था। विभाग ने दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक और सेवारत सुरक्षाकर्मी और पूर्व सैनिकों की टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट रखी है।
2 से 18 फरवरी तक चलेगा मेला
इस साल का सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला दो फरवरी से 18 फरवरी 2024 तक आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, विरासत और पर्यटन मंत्री कंवर पाल, बिजली और भारी उद्योग मंत्री कृष्णपाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा और राज्य सरकार के पर्यटन विभाग के अधिकारी मुख्य रूप से शामिल हुए। बता दें कि हस्तशिल्प और भारतीय संस्कृति की विविधता को प्रदर्शित करने के लिए 1987 में पहली बार मेले की मेजबानी की गई थी।
मेले में इन देशों की है भागीदार
37 वें सूरजकुंड मेले में बोत्सवाना, इथियोपिया, कोमोरोस, इस्वातिनी, गैम्बिया, घाना, गिनी बिसाऊ, केन्या, मेडागास्कर, मलावी, माली, मोजाम्बिक, नामीबिया, अल्जीरिया, नाइजीरिया, प्रिंसिपी, सेनेगल, सेशेल्स, टोगो, युगांडा, जान्थिया, जिम्बाब्वे, डोमिनिकन, आर्मेनिया, बांग्लादेश, बेलारूस, कांगो, मिस, एस्टोनिया, म्यांमार, आयरलैंड, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ट्यूनीशिया, लेबनान, मॉरीशस, नेपाल, रूस, श्रीलंका, सीरिया, थाईलैंड, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, उज्बेकिस्तान, भूटान, जॉर्डन और कैमरून सहित 50 देश हिस्सा ले रहे हैं। वहीं, संयुक्त गणराज्य तंजानिया साझेदार राष्ट्र के रूप में मेले में भाग ले रहा है।
गुजरात राज्य है मेले की थीम
इस साल मेले में गुजरात राज्य की थीम रखी गई है, जो क्षेत्र के कई कला रूपों और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत का प्रदर्शन कर रहा है। पर्यटकों को गुजरात की विरासत और संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा। गुजरात के सैकड़ों कलाकार विभिन्न लोक कला और नृत्य प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के कलाकार कला, शिल्प, व्यंजन और कला का प्रदर्शन करेंगे।
वहीं, पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शाम को मुख्य चौपाल पर किया जाएगा। पंजाब से भांगड़ा, असम से बिहू, बरसाना की होली, हिमाचल प्रदेश से जमकड़ा, हरियाणा से लोक नृत्य, हाथ की चक्की का लाइव प्रदर्शन का लुत्फ उठा सकते हैं।
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क्या होगी टिकट की कीमत
टिकट काउंटर पर सीनियर सिटीजन, पूर्व सैनिकों, दिव्यांगों को टिकट पर 50 प्रतिशत छूट मिलेगी। वहीं, छात्रों को आई कार्ड दिखाने के बाद एंट्री फ्री मिलेगी। टिकट सुबह 10 बजे से टिकट मिलने शुरू होंगे और अंतिम टिकट रात आठ बजे तक मिलेगा। लोग बुक माय शो एप के माध्यम से भी टिकट बुक तक सकते हैं। जिसकी कीमत सोमवार से शुक्रवार तक 120 रुपये, शनिवार और रविवार को 180 रुपये तय किए गए हैं। साथ ही मेला परिसर के गेट पर भी टिकट काउंटर बनाए गए हैं।