Surajkund Mela 2024: सूरजकुंड मेले का आज 18 फरवरी को आखिरी दिन है। अब तक मेले में 13 लाख से अधिक लोग मेला घूम चुके हैं। माना जा रहा है कि आज शाम तक यह आंकड़ा 18 से 20 लाख पहुंच सकता है क्योंकि आज वीकेंड यानी रविवार का दिन भी है। ऐसे में माना जा रहा है कि मेले में ज्यादा लोग पहुंचेंगे। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय आज शाम पांच बजे सूरजकुंड मेले में पहुंचेंगे, जहां वे हस्तशिल्पियों को भी सम्मानित करेंगे। हस्तशिल्पियों को कलारत्न, कलामणि और कलाश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि भारी भीड़ उमड़ने के चलते सुरक्षा प्रबंध और कड़े कर दिए गए हैं।  

शनिवार को मेले में दिखी भारी भीड़ 

जानकारी के मुताबिक मेले के आखिरी चरण पर बीते दिन यानी शनिवार को भारी संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे। आलम ये था कि वाहनों को पार्किंग के लिए भी जगह नहीं मिल रही थी। ऐसे में मेले से करीब 500 मीटर पहले ही रास्ते को दूसरी तरफ डायवर्ट करना पड़ा। पर्यटक विभाग के मुताबिक बीते दिन करीब डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने मेला घूमने पहुंचे। हालांकि, इससे पहले ये आंकड़ा प्रतिदिन लगभग 1 लाख का था। जानकारी के मुताबिक दोपहर 11 बजे तो सामान्य दिन की तरह से मेले में पर्यटक आ रहे थे, लेकिन शनिवार को दोपहर 12 बजे के बाद पर्यटकों की भीड़ में अचानक से बढ़ोतरी हुई। इसकी वजह ये माना जा रहा था कि कल वीकेंड होने की वजह से ज्यादा लोग मेला घूमने पहुंचे थे। 

50 करोड़ का हुआ कारोबार 

बता दें कि सूरजकुंड मेला प्रबंधन कमिटी ने मेले के कारोबार को लेकर अभी तक कोई ठोस जानकारी साझा नहीं की है। लेकिन, एक अनुमान के मुताबिक माना जा रहा कि अभी तक 50 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। वहीं, मेले के आखिरी चरण में हस्तशिल्पियों ने अपने सामान पर 50 प्रतिशत तक का डिस्काउंट कर दिया। पर्यटकों ने भी इसका जमकर लाभ उठा रहे हैं। मेला परिसर की सभी स्टॉल पर खरीदारी करने वाले पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है।

इसके अलावा युवा बंचारी के नगाड़ो, ढोल और बीन की धुन पर जमकर थिरक रहे थे। वहीं, बच्चों से लेकर बड़े तक सभी लोग सेल्फी प्वाइंट पर फोटो खींचते हुए नजर आए। मेला परिसर में बना फूड कोर्ट भी पूरी तरह से अछूता नहीं रहा। वहां पर भी लोगों की भीड़ दिखाई दी। बता दें कि सूरजकुंड मेले की शुरुआत 03 फरवरी को हुई थी। इस बार मेले की थीम नॉर्थ ईस्ट रीजन के 8 स्टेट पर है और पार्टनर कंट्रीज के तौर पर शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के राष्ट्र हैं।