Bahadurgarh: किसान आंदोलन के दूसरे चरण का शुक्रवार को 11वां दिन है। दिल्ली कूच की जिद पर अड़े किसानों को हरियाणा पुलिस ने पंजाब की सीमाओं पर रोक रखा है। वहीं दिल्ली की सीमाओं पर भी इसे लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बहादुरगढ़ में दिल्ली, हरियाणा टिकरी और झाड़ोदा बॉर्डर के जरिए आपस में जुड़ते हैं। इन दोनों सीमाओं को 11 फरवरी से ट्रैफिक के लिए बंद किया गया था। जिस कारण बीते 13 दिनों से नागरिक दिल्ली आने-जाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हरियाणा पुलिस का लगातार बढ़ता जा रहा घेरा
टिकरी बॉर्डर से पहले बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 मोड़ पर हरियाणा पुलिस का सुरक्षा घेरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस की इन तैयारियों को देखते हुए लगता है कि अगर किसानों के साथ सरकार का समझौता नहीं होता और किसान दिल्ली की तरफ कूच करते हैं तो किसानों को दिल्ली में किसी भी सूरत में घुसने नहीं दिया जाएगा। फिलहाल शुक्रवार को टिकरी बॉर्डर पर माहौल शांत है। हालांकि लोग पुलिस की सुरक्षा दीवारों के कारण बंद रास्तों से बेहद परेशान हैं। यहां एक लंबी चौड़ी सीमेंट कंक्रीट की दीवार बनाने के बाद पुलिस ने सीमेंट व लोहे के बैरिकेड्स पर कटीली तारें लगा रखी हैं। केंद्र सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच एमएसपी गारंटी कानून को लेकर पांचवें दौर की वार्ता विफल होने के बाद 21 फरवरी को खनौरी और शंभू बॉर्डर पर हुए तनाव के बाद टिकरी बॉर्डर पर भी जबरदस्त तैनाती और सख्ती दिखी।
हरियाणा व पंजाब सीमा पर शांति के चलते दिल्ली सीमा पर शांति
किसानों द्वारा 2 दिन के लिए दिल्ली कूच रोकने के बाद सीमाओं पर शांति दिख रही है। हरियाणा और पंजाब बॉर्डर पर शांति के चलते दिल्ली-हरियाणा सीमा भी शांत रही। दिल्ली और हरियाणा पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। किसानों को राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए टिकरी व झाड़ोदा बॉर्डरों पर बैरिकेड्स, कंटीले तारों और कंक्रीट ब्लॉकों की कई लेयर लगाई हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार फिलहाल शांति का माहौल है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आमजन से भी किसान आंदोलन के दृष्टिगत झज्जर पुलिस द्वारा जारी की गई रूट एडवाइजरी का अनुसरण करने की अपील की।