हरियाणा: हरियाणा एनसीआर दिल्ली में लगातार मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। साथ ही सम्पूर्ण इलाके में सुबह और शाम ठंड अपने रंग दिखा रही हैं। आने वाले दिनों में सम्पूर्ण मैदानी राज्यों में विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में ठंड के तेवर प्रचण्ड होने की संभावना बन रही है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि पहले अक्टूबर महीना और उसके बाद नवंबर महीने में हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम (Weather) शुष्क और साफ़ बना हुआ है। दिसंबर महीना शुरू हो गया है परन्तु दिसंबर महीने के पहले पखवाड़े में भी बारिश की गतिविधियों की कोई संभावना नहीं है।
दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में बरसात के आसार
मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर महीने के दूसरे पखवाड़े में बारिश के आसार दिखाई दे रहे हैं। अगर बात करें पिछले साल की तो नवंबर महीने में हरियाणा में सामान्य से अधिक बारिश (Rain) दर्ज हुई थी। इस साल अक्टूबर और नवंबर महीने में जेट धाराओं के उतरायण होने की वजह से केवल कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी ही हो रही है। जबकि मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बारिश नदारद है जिसकी वजह से ठंड के तेवर भी ढीलें है। तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है।
हाड़ कंपा देने वाली ठंड का इंतजार
दिसम्बर महीने की शुरुआत हो चुकी है और सम्पूर्ण मैदानी राज्यों से बारिश के साथ ठंड के रूप में धुंध, कोहरा और कोल्ड वेव लगातार गायब हैं। कड़ाके की हाड़ कंपा देने वाली ठंड के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि बार-बार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हो रहें हैं और उनके समय अंतराल भी ज्यादा नहीं है। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में ठंड अपने तेवरों को ज्यादा प्रचंड नहीं बना पाई है। अगर इनका अंतराल ज्यादा हो तो ठंड अपने तेवरों को प्रचण्ड बना सकती हैं। दिसम्बर महीने में पहले पखवाड़े में तीन चार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने से सम्पूर्ण इलाके में ठंड में जरूर इजाफा देखने को मिलेगा।
सूर्य देव बने हुए हैं मेहरबान
हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम आमतौर पर शुष्क और साफ़ बना रहेगा। केवल सुबह शाम ठंड से आमजन को रूबरू होना पड़ेगा, जबकि दिन में सूर्य देव की चटक और चमकदार सुनहरी धूप खिली रहने से आमजन को ठंड से राहत भी मिलती रहेगी। दिसम्बर महीने के दूसरे पखवाड़े से जेट धाराएं दक्षिणायन होने से पश्चिमी विक्षोभ भी दक्षिणायन होने से मजबूत होकर उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होगी। साथ ही मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बारिश की गतिविधियों से सम्पूर्ण इलाके में ठंड के तेवर प्रचण्ड रूप में दर्ज किए जाएंगे। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से आमजन को रूबरू होना पड़ेगा।
दिसंबर में 7 पश्चिमी विक्षोभ होंगे सक्रिय
दिसम्बर महीने के अंत तक कुल छह-सात पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिसमें दूसरे पखवाड़े वाले दो पश्चिमी विक्षोभ मध्यम श्रेणी की वजह से बारिश की गतिविधियों की संभावना बनाएंगे। दिसम्बर महीने में दूसरे सप्ताह से धीरे-धीरे तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी और दूसरे पखवाड़े की शुरुआत से तापमान में ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी। सम्पूर्ण इलाके में कड़ाके की हाड़ कंपा देने वाली ठंड से आमजन को रूबरू होना पड़ेगा।
तापमान में हो रहा उतार चढ़ाव
वर्तमान परिदृश्य में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से सम्पूर्ण इलाके में तापमान में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। जैसे ही यह कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल जाएगा, वैसे ही हवाओं की दिशा बदल कर उत्तरी हो जाएगी। जिससे तापमान में फिर से गिरावट होगी। रविवार को कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान में हल्की बढ़त देखने को मिली है।