Haryana: दिनभर भारी गर्मी के बाद शुक्रवार सांय अचानक आए मौसम में बदलाव के बाद तेज आंधी के साथ कई स्थानों पर भारी ओलावृष्टि हुई। इससे गेहूं की फसल को काफी नुकसान होने की आशंका है। शाम के समय तेज आंधी के बाद कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। प्रदेश के कुछ हिस्सों में कहीं हल्की, तो कहीं भारी ओलावृष्टि हुई। कई स्थानों पर तो बरसात के बिना ही सूखे ओले गिरते रहे। इससे गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। सरसों की फसल कटाई का कार्य लगभग पूरा होने के कारण नुकसान की आशंका काफी कम है, लेकिन गेहूं की फसल ओलावृष्टि से काफी प्रभावित हुई। तेज हवाओं के साथ बरसात से किसानों की फसल जमीन पर बिछ गई, जिससे फसल उत्पादन पर काफी असर पड़ सकता है।
तीन दिन बरकरार रहेगा ओलावृष्टि का खतरा
शुक्रवार को दिन भर गर्मी पसीने छुड़ाती रही। अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अगले दो-तीन दिन तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान आसमान में बादल छाने व हल्की बरसात के साथ ओलावृष्टि की आशंका बनी रहेगी। इस समय होने वाली ओलावृष्टि किसानों को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। शुक्रवार को हुई आलोवृष्टि के कारण तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
मौसम विभाग ने जारी किया था येलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार बदलते मौसम को देखते हुए पहले ही येलो अलर्ट जारी किया गया था, जिसमें 40-50 किलो मीटर प्रति घंटे की तरफ से तेज हवाएं चलेंगी। विभाग की तरफ से चरखी दादरी, गुरूग्राम, झज्जर, महेंद्रगढ़, मेवात, पानीपत, रेवाड़ी, रोहतक व सोनीपत में मौसम के बदलाव की चेतावनी जारी की गई है। मौसम खराब होने के चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है। पहले से नुकसान झेल रहे किसानों को गेंहू की पकी फसल को लेकर डर सताने लगा है।
31 मार्च तक बूंदाबांदी के बने रहेंगे आसार
मौसम विशेषज्ञ प्रो. चंद्रमोहन ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। जिसके कारण 31 मार्च तक छिटपुट बूंदाबांदी के आसार बने हुए है। हालांकि इस दौरान हवाओं की गति काफी अधिक तेज रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ का असर शनिवार सुबह से ही दिखाई देगा। रात के समय हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में गिरे ओलों के कारण किसान चिंतित नजर आ रहे है।