टीम हरिभूमि। प्रदेश में मंगलवार को दूसरे दिन बाद दोपहर एक बार फिर अचानक मौसम ने करवट बदली। जिससे प्रदेश के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी तो कुछ में बरसात हुई। कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चली। इससे पहले सोमवार को अचानक हुई बरसात से खेतों से लेकर मंडियों तक किसानों की गेहूं व सरसों की फसलें पानी में भीगी थी। फसल कटाई के सीजन में मौसम के अचानक करवट बदलने से किसानों को अपनी फसलें सुरक्षित रखने की चिंता सताने लगी है। इससे पहले हाल ही में हुई ओलावृष्टि व बरसात ने किसानों के अरमानों को धूंधला कर दिया था।
प्रदेश में कहां कैसा रहा मौसम का मिजाज
मंगलवार बाद दोपहर हिसार, रोहतक, जींद, सोनीपत में कहीं हल्की बूंदाबांदी तो कहीं बरसात हुई। झज्जर में धूल भरी आंधी ने लोगों को डराया, सिरसा व फतेहाबाद में आसमान में बादल तो देखे गए, परंतु मौसम साफ रहा। रोहतक के लाखनमाजरा में सबसे अधिक 10 एमएम तो कलानौर में सबसे कम दो एमएम बरसात हुई। सोमवार को बरसात के चलते भिवानी, जींद व रोहतक सहित प्रदेश के कई हिस्सों में खेतों से मंडियों तक किसानों की गेहूं व सरसों की फसलें पानी में भीग गई थी। जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
हिसार में हल्की बरसात, रूका आरओबी का काम
हिसार में मंगलवार को अचानक आसमान में छाए काले बादलों के बीच शुरू हुई बूंदाबांदी से आरओबी का निर्माण कार्य अधर में रोकना पड़ा। जिस समय मौसम में बदला, उस समय आरओबी निर्माण के लिए गार्डर रखे जा रहे थे। मौसम में अचानक हुए बदलाव के बाद रेलवे फाटक पर बनाए जा रहे ओरओबी पर दो गार्डर रखने के बाद काम अचानक बीच में रोकना पड़ा। आरओबी का निर्माण कार्य अधर में रूकने के बाद दोबारा शुरू होने के लिए अब मौसम साफ होने तक इंतजार करना होगा।