Yamunanagar: कैथल के पियोंदा गांव के रहने वाले मोहन ने जगाधरी के एसबीआई बैंक में शिक्षा विभाग में नौकरी के फर्जी दस्तावेज जमा करवा 14 लाख का पर्सनल लोन लेकर बैंक को चूना लगा दिया। समय पर लोन की किश्त जमा नहीं करवाने पर जांच के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। खास बात यह है कि आरोपी ने फर्जी पे स्लिप, सर्विस बुक, आई प्रुफ की कॉपी में खुद को चंदाखेड़ी हाई स्कूल का कर्मचारी बताया। दस्तावेजों में अपना अस्थाई पता जगाधरी का दर्शाया। इससे पहले भी शिक्षा विभाग के नाम पर बैंकों से फर्जीवाड़े के केस सामने आ चुके हैं। पुलिस ने बैंक मैनेजर सिमरनजीत कौर की शिकायत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
आरोपी ने खुद को शिक्षा विभाग का कर्मचारी बताते हुए राजकीय हाई स्कूल चंदाखेड़ी के प्राचार्य की तरफ से आईडी व मई 2022 से अक्टूबर 2022 तक की पे स्लिप के साथ अपनी सर्सिस बुक की कॉपी व बैंक स्टेटमेंट दी। बैंक स्टेटमेंट में अपना वेतन सैनिक शिक्षा स्कूल से क्रेडिट दिखाया तथा खुद को शिक्षा विभाग से सैनिक स्कूल में डेपुटेशन पर भेजा गया बताया। जिसके आधार पर बैंक ने उसे 14 लाख का पर्सनल लोन जारी कर दिया।
पहले बना साह, फिर दिया गच्चा
आरोपी ने पर्सनल लोन मिलने के बाद कुछ समय तक लोन की किश्त समय पर जमा करवाई। इसके बाद किश्त भरनी बंद कर दी। जब बैंक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो बैंक के साथ हुई धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। बैंक मैनेजर की शिकायत पर सेक्टर 17 थाने ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सवाल यह भी
बैंकों से शिक्षा विभाग के कर्मचारी बनकर लोन लेने के फर्जी केस पहले भी सामने आ चुके हैं। ऐसे में बैंक ने 14 लाख रुपये का लोन देने से पहले विभागीय स्तर पर वैरीफाई करने की जरूरत महसूस क्यों नहीं हुई। यह भी एक बड़ा सवाल है।