Yamunanagar: मॉडल टाउन निवासी विकास विनायक को गूगल से अस्पताल का कस्टमर केयर नंबर लेना भारी पड़ गया। गूगल से मिले नंबर पर जब उसने कॉल की तो वहां से टोकन के लिए उसे एक फाइल का लिंक भेजा गया। इस फाइल का लिंक ओपन करते ही उसके खाते से लगभग साढ़े तीन लाख रुपए की राशि कट गई। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार साइबर क्राइम थाना पुलिस को दी शिकायत में मॉडल टाउन निवासी विकास विनायक ने बताया कि उसे अपनी सास को इलाज के लिए दिल्ली के निजी अस्पताल में दाखिल कराना था। आपातकालीन भर्ती कराने के लिए उसने गूगल से दिल्ली के अस्पताल का नंबर लिया। उस नंबर पर कॉल की तो वहां से उसे टोकन जनरेट करने के लिए व्हाट्सएप के माध्यम से एक फाइल का लिंक भेजा। जैसे ही उसने उस लिंक पर क्लिक किया और पेमेंट करने के लिए कार्ड की डिटेल डाली, तो उसकी ट्रांजेक्शन सफल नहीं हुई। उस समय खाते से कोई रुपए नहीं कटे।
इसके बाद पांच नवंबर को उनके खाते से पांच हजार रुपए कट गए। फिर दूसरे बैंक खाते से रुपए कटने का मैसेज आया। इस प्रकार अलग-अलग कर उसके खाते से साढ़े तीन लाख रुपए निकाल लिए गए। जब उसने फिर से उस मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। परेशान होकर उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस मामले में आरोपी की तलाश कर रही है।