Jal Shakti Abhiyan Catch the Rain: पंचकूला के सेक्टर 3 में आज यानी 22 मार्च शनिवार को विश्व जल दिवस के मौके पर जल शक्ति अभियान-कैच द रेन के छठे संस्करण का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन ताऊ देवी लाल स्टेडियम किया गया। इस मौके पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। पाटिल समेत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी भी कार्यक्रम में शामिल हुईं।
हमारा सौभाग्य सीआर पाटिल ने जल शक्ति अभियान की शुरुआत की- सीएम सैनी
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कार्यक्रम में कहा कि 'यह हमारा सौभाग्य है कि जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने पूरे देश के लिए हरियाणा से जल शक्ति अभियान की शुरुआत की। मैं हरियाणा की इस पवित्र भूमि पर उनका स्वागत करता हूं, जहां भगवान कृष्ण ने पूरी मानव जाति को गीता और ज्ञान का संदेश दिया।'
लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि 'यह पहली बार है कि जब यह कार्यक्रम दिल्ली से बाहर आयोजित किया गया है। हरियाणा में जब इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से बात की गई तो उन्होंने तत्काल इसकी मंजूरी दे दी। उन्होंने कहा कि सीएम सैनी को जल का महत्व का पता है, इसलिए उन्होंने कार्यक्रम के लिए जल्द मंजूरी दे दी।
#WATCH | Haryana CM Nayab Singh Saini attends the launch of 'Jal Shakti Abhiyaan: Catch the Rain 2025' in Panchkula.
— ANI (@ANI) March 22, 2025
He says, "It is our great fortune to have Jal Shakti Minister CR Paatil launch a Jal Shakti Abhiyaan from Haryana for the entire country. I welcome him to this… pic.twitter.com/IzdS0wqxuJ
चार राज्य के सीएम बुलाकर हरियाणा की समस्या दूर करेंगे- सीआर पाटिल
सीआर पाटिल ने कहा कि उन्हें सीएम सैनी ने बताया है कि 'प्रदेश में पानी को लेकर चार राज्यों के साथ कुछ समस्याएं हैं। उसको हल करना है। इसे लेकरआने वाले दिनों में चारों राज्यों के मुख्यमंत्री को बुलाकर हरियाणा की सभी समस्याओं को जल्द दूर करेंगे। हरियाणा का जो अधिकार है उसे जरूर मिलेगा। हरियाणा की जो भी डिमांड है उसे पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सक्षम हैं और तैयार भी हैं।'
सीएम सैनी ने भी 'कहा कि जल संरक्षण एक आंदोलन है। हरियाणा ने पानी की कमी भी महसूस की है। पानी की कमी से होने वाली दिक्कतों को सहा भी है। हरियाणा में पानी के जल स्रोत काफी कम है, पानी के लिए हम निर्भर हैं। हम पानी से तो सब कुछ पैदा कर सकते हैं मगर पानी को नहीं पैदा कर सकते हैं।'
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