Sonia Aggarwal Case Haryana: हरियाणा में महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया गया है। सोनिया अग्रवाल और उनके  ड्राइवर कुलबीर दोनों को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसे लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार ने भी आदेश जारी कर दिए हैं। सोनिया अग्रवाल की गिरफ्तारी के 25 दिन बाद सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया है।

क्या है पूरा मामला ?

सोनिया अग्रवाल और ड्राइवर कुलबीर दोनों को साल 2024 में, 14 दिसंबर यानी शनिवार को 1 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से पहले सोनिया के घर पर छापेमारी भी की गई थी। लेकिन टीम ने रेड के दौरान उनके घर से पैसे बरामद नहीं किए थे। दरअसल जांच में सामने आया था कि सोनिया अग्रवाल के ड्राइवर कुलबीर ने हिसार में जेबीटी टीचर से एक लाख रुपए की रिश्वत ली थी। रिश्वत लेने के बाद कुलबीर ने सोनिया अग्रवाल को फोन करके कहा था कि टीचर के फेवर में केस लड़ना है।

JJB टीचर ने क्या बताया था ?

एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के मुताबिक, जुलाना के रहने वाले जेबीटी टीचर का नाम अनिल बताया गया था। अनिल की पत्नी एक पुलिसकर्मी है, बहादुरगढ़ में अपनी सेवा दे रही है। दोनों के बीच घरेलू विवाद चल रहा था। इस विवाद को निपटाने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। जिसके बाद अनिल ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से कर दी थी। ACB टीम ने आरोपी को रंग हाथ पकड़ने की योजना बनाई। टीम ने कुलबीर को हिसार से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया था। अनिल ने अपनी शिकायत में बताया था कि कुलबीर ने रुपए लेने के बाद सोनिया अग्रवाल को फोन करके केस को निपटाने के लिए कहा था।  

Also Read: एंटी करप्शन ब्यूरो, जेई बनकर रिश्वत मांगने वाला 57 हजार लेता रंगे हाथ गिरफ्तार, मुआवजा बढ़वाकर देने के लिए मांगे थे रुपए

ACB टीम ने सोनिया को खरखौदा और कुलबीर को हिसार से पकड़ा  था। ACB ने कुलबीर से एक लाख रुपए भी बरामद किए थे। ACB को शक है कि सोनिया अग्रवाल, कुलबीर के जरिए ही केस निपटाने के पैसे लेती थीं। फिलहाल सोनिया अग्रवाल को महिला आयोग की उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है।

Also Read: ACB ने महिला सिपाही को किया अरेस्ट, केस से नाम हटाने के लिए मांग रही थी 20 हजार की रिश्वत, जानें पूरा मामला