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हरियाणा के पानीपत में उस समय हड़कंप मच गया जब प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व सीएम खट्टर के नजदीकी वरिष्ठ भाजपा नेता नीतिसैन भाटिया के घर में ED ने छापा मारा। टीम हिमाचल में उनकी फैक्टरी में भी जांच कर रही है। जानें क्या है पूरा मामला

पानीपत में ED : हरियाणा के पानीपत में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद संजय भाटिया के मौसा नीतिसैन भाटिया के घर और फैक्टरी में इंफोर्समेंट डायरक्टोरेट (ED) की टीम ने छापे मारे हैं। पानीपत में मॉडल टाउन स्थित उनके घर पर टीम ने गुरुवार सुबह 8 बजे से ही जांच शुरू कर दी। वहीं, हिमाचल के पांवटा साहिब स्थित उनकी फार्मा कंपनी में भी जांच चल रही है। बताया जा रहा है कि मामला कंपनी से ही जुड़ा हुआ है। यह कंपनी उनके बेटे नीरज और नवीन भाटिया चला रहे हैं। नवीन भाटिया इस बार पानीपत से मेयर के लिए टिकट भी मांग रहे हैं। नीतिसैन भाटिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर के भी करीबी हैं। संगठन में भाटिया दोनों वरिष्ठ नेताओं के साथ काम कर चुके हैं। 

भारी सुरक्षाबल ने घेरी कोठी, एक-एक चीज की जांच

गुरुवार सुबह ही भारी सुरक्षा बलों ने घर को अपने कब्जे में ले लिया और एक-एक चीज की बारीकी से जांच शुरू कर दी। सूत्र बता रहे हैं कि हिमाचल में नवीन और नीरज की फैक्टरी में अवैध कफ सिरप के मामले में यह कार्रवाई हो रही है। शक है कि अवैध दवाइयों के मामले में जो कमाई हुई थी, उससे संपत्ति खरीदी गई है। इसी के दस्तावेजों और अन्य संपत्तियों की जांच हो रही है। 

अवैध कफ सिरप के मामले में बेटे को किया था गिरफ्तार

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने पिछले वर्ष 2024 में नीरज भाटिया को गिरफ्तार किया था। आरोप लगा था कि पांवटा साहिब में उनकी फर्म ने अवैध कफ सिरप की बिक्री की है। तब यह मामला काफी सुर्खियों में आया था। विधानसभा चुनाव के चलते भी इस मामले ने तूल पकड़ा था। अब निकाय चुनाव के वक्त उनकी कंपनी फिर विवादों में आ गई है।

कौन हैं नीतिसैन भाटिया, क्यों हैं मोदी-खट्टर के नजदीकी

हरियाणा में भाजपा को खड़ा करने वालों में से एक हैं पानीपत के नीतिसैन भाटिया। 1987 में वे पानीपत नगर पालिका अध्यक्ष बने। इसके बाद 1991 और 1996 में पानीपत विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। पीएम नरेंद्र मोदी के 1995 से 2001 के बीच हरियाणा प्रभारी रहते हुए उनके साथ क्षेत्रीय संगठन मंत्री रहे। उस वक्त केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ भी काम किया। पिछले वर्ष उनके पोते की शादी में भी खट्टर आए थे। कोरोना में जब बीमार हुए तो पीएम ने उनका फोन पर हालचाल पूछा था। कहा जाता है कि करनाल के पूर्व सांसद और उनके भतीजे संजय भाटिया को भी वे ही राजनीति में लाए थे। 

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