हनीट्रैप : पानीपत पुलिस ने गांव सिवाह में मून होटल से उत्तराखंड निवासी कारोबारी मनीष व उसके ड्राइवर के अपहरण के मामले को महज 30 घंटे में सुलझा लिया। पुलिस ने दोनों अपहृत युवकों को आरोपियों के कब्जे से छुड़ा लिया। पुलिस ने चार आरोपियों रोहित, शिवांश, रोनक व मोहित निवासी गांव बल्ला जिला करनाल को गिरफ्तार किया है। डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि इस मामले में होटल संचालक दीपक की शिकायत पर थाना औद्योगिक हुडा सेक्टर 29 में बीएनएस की धारा 140(3), 115(2), 3(5) के तहत केस दर्ज है। डीएसपी वत्स ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड फरार है और उनके पड़ोसी गांव का है। जिसने अपनी महिला दोस्त के साथ मिलकर शार्टकट तरिके से पैसे कमाने की साजिश रची और दोनों ने सोशल मीडिया फेसबुक पर ऐसे लोगों को खोजा जो पहनावे से ठीक दिखते हो। जहां मनीष निवासी देहरादून को देखकर महिला दोस्त ने फेसबुक पर उसके साथ दोस्ती कर ली। साथी आरोपी ने उन चारों को पूरे षड्यंत्र के बारे में बताया तो उन्हें भी लालच आ गया और वे चारों भी गिरोह में शामिल हो गए। 

पीड़ित की ही स्कॉर्पियो में ड्राइवर समेत अपहरण किया

महिला दोस्त ने कुछ दिन बातचीत करने के बाद साजिश के तहत मनीष को मिलने के लिए बुलाया। मनीष ड्राइवर को साथ लेकर अपनी गाड़ी से पानीपत आ गया। आरोपी महिला दोस्त और वे चारों भी पानीपत आ गए। महिला दोस्त मनीष के साथ होटल के कमरे में गई। साजिश के तहत करीब 20 मिनट बाद वे सभी कमरे में पहुंचे और मनीष को बाहर लेकर आए। वहां से मनीष व उसके ड्राइवर का उनकी ही स्कॉर्पियो गाड़ी से अपहरण कर ले गए। 

सोने की चेन व कड़ा छीना, घर वालों से मांगे 20 लाख

आरोपियों ने मनीष से उनके घरवालों को फोन करवा फिरोती के रूप में 20 लाख रुपये की डिमांड की। उन्होंने बताया कि रोनक व मोहित को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया और फरार आरोपियों के ठिकानों का पता लगा काबू करने व छीना गया सोने का कड़ा व चेन बरामद करने के लिए आरोपी रोहित व शिवांश को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। वहीं आरोपी रोहित, शिवांश व रौनक का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड होना पाया गया है।