हरियाणा के पानीपत से एक बेचैन कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सप्ताह पहले 40 दिन के बच्चे की मौत हुई थी, जिसको लेकर कहा जा रहा था कि बच्चे को मां का दूध न मिल पाने और किसी बीमारी के कारण बच्चे की मौत हुई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ और ही बयां कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि बच्चे की मौत किसी बीमारी के कारण नहीं बल्कि सिर पर चोट लगने के कारण ही हुई है।
पिता के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट
इस मामले में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर बच्चे के पिता के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हालांकि इस मामले में जब बच्चे की मां से बात की गई, तो उसने बताया कि उसे मौत का कारण नहीं पता है। वो बच्चे की मौत के दौरान अपने मायके में थी। हालांकि उसे शक है कि बच्चे के पिता और दादी ने बच्चे को पटककर मार डाला।
दहेज के लिए करते थे परेशान
बच्चे की मां का नाम अंजलि है और उसने इस पूरे मामले पर बताया कि अक्टूबर 2021 में उसकी शादी विशाल के साथ हुई थी। विशाल हरियाणा के पानीपत शहर की विवर्स कॉलोनी का रहने वाला है। शादी के बाद दोनों के दो बच्चे हुए। बड़ी बेटी का नाम रिया है जो डेढ़ साल की है और दूसरा बेटा हुआ था। शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज के लिए लगातार परेशान किया करते थे।
पति भी करता था परेशान
अंजलि ने बताया कि पति भी अपने परिवार के साथ मिलकर मारपीट करता और दुर्व्यवहार किया करता था। जब बेटा 20 दिन का था, तब भी ससुराल वालों ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया, क्योंकि उसने अपने पति से शिकायत की थी कि जब वह ससुराल में थी, तो ससुराल सो कोई भी एक भी बार अस्पताल में उससे मिलने नहीं गया। इसके बाद पति ने मारपीट की और दोनों बच्चों के साथ घर से निकाल दिया। इसके बाद वह अपने मायके चली गई।
निकाला घर से बाहर
कुछ दिनों बाद ससुराल वालों ने उसे फोन करके कहा कि बच्चे का नामकरण करना है और बच्चों को लेकर घर आ जाओ। अंजलि अपने दोनों बच्चों के साथ ससुराल पहुंच गई। 28 अक्टूबर 2024 को उसके साथ एक बार फिर झगड़ा किया गया और दोनों बच्चों को घर में रखकर, अंजलि को घर से निकाल दिया गया। 40 दिन का नवजात पूरी रात रोता रहा। सुबह जब घर का दरवाजा खुला, तो वो घर पहुंची और अपने बच्चे को दूध पिलाने की कोशिश की। पति ने उसका हाथ पकड़कर घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद अंजलि अपने मायके आ गई।
बच्चे की तबियत खराब होने की मिली खबर
मायके जाने के तीसरे दिन अंजलि ने अपने ससुर को फोन करके अपने बच्चे वापस देने के लिए कहा, तो ससुर ने इनकार कर दिया। इस दौरान लगभग डेढ़ घंटे ससुर से फोन पर झगड़ा होता रहा। उसी शाम लगभग 6 बजे ससुराल वालों का फोन आया और बड़े प्यार से अंजलि को वापस आने के लिए कहा। हालांकि अंजलि ने ससुराल वापस जाने से इनकार कर दिया और अपने दोनों बच्चों को मायके लाने की जिद पर अड़ गई। इस दौरान ससुराली पक्ष ने कहा कि बच्चे की तबियत खराब है।
गोद में लेने से पहले हो चुकी थी मौत
अंजलि वापस नहीं गई तो लगभग दो घंटे बाद ससुराल वाले बच्चे को लेकर अंजलि के मायके आ गए और कहने लगे कि बच्चे को मां का दूध नहीं मिला है, इसलिए वो बेहोश हो गया है। उन्होंने अंजलि से बच्चे को दूध पिलाने के लिए कहा। जब अंजलि ने बच्चे को गोद में लिया, तो वह जिंदा नहीं था। इसके बाद उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने भी उसे मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान बच्चे के पिता ने मां का दूध न मिल पाने और किसी बीमारी के कारण बच्चे की मौत होने की बात कही। तब बच्चे का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया क्योंकि बच्चे की मौत किसी बीमारी के कारण नहीं, बल्कि सिर पर चोट लगने के कारण हुई थी।पुलिस ने इस मामले में पिता के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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