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रेवाड़ी में पुलिस ने एडवोकेट सरिता हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में सुपारी किलर समेत दो लोगों को अरेस्ट किया है। पुलिस का कहना है कि जिस सुपारी किलर से सरिता अपने दोस्त के पति को मरवाना चाहती थी। उसी ने ही दो अन्य के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतारा था।

हरियाणा के रेवाड़ी में पुलिस ने एडवोकेट सरिता हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस मामले में सुपारी किलर समेत दो लोगों को अरेस्ट किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में ये बात कबूल की है कि सरिता ने अपनी दोस्त के पति को मरवाने के लिए 30 लाख की सुपारी दी थी, लेकिन किलर उसे मार नहीं पाया था। जिसके बाद सरिता उससे पैसे वापस देने का दवाब बना रही थी। इस वजह से आरोपियों ने महिला को मौत के घाट उतार दिया।

दरअसल,  पुलिस की 26 नवंबर को रामगढ़ नगर के पास कच्चे रास्ते पर एक महिला का शव मिला था। जिसकी पहचान पटौदी के बावड़ी मोहल्ला निवासी एडवोकेट सरिता के रूप में हुई है। सरिता पटौदी कोर्ट में प्रेक्टिस करती थी। वह 26 नवंबर को घर से स्कूटी लेकर निकली थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। उसके पिता भगवानदास ने शव की शिनाख्त की थी। एसपी गौरव राजपुरोहित मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने इस मर्डर केस को सुलझाने के लिए थाना सदर और सीआईए की संयुक्त टीम का गठन किया था। पुलिस ने जांच के बाद दो दिन बाद ही इस मामले का खुलासा कर दिया है। 

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पुलिस ने इस मामले में पटौदी के बावड़ी मोहल्ला निवासी जसवंत उर्फ आशु और उसके दोस्त गुरूग्राम के गदाईपुर निवासी रमन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ के बाद जो खुलासा हुआ है, उससे पूरा समलैंगिक संबंधों से जुड़ा हुआ सामने आया है

दो सहेलियों के बीच संबंधों से जुड़ा मामला
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सरिता के उसके बचपन की सहेली डिंपल के साथ समलैंगिक संबंध थे। दोनों शादी से पहले साथ-साथ रहती थीं। बाद में सरिता की शादी झज्जर के साल्हावास निवासी सोनू से हो गई और डिंपल की शादी राजस्थान के बहरोड़ निवासी राकेश के साथ हो गई थी। इसके बाद भी दोनों सहेलियों के बीच मिलना-जुलना बना रहता था। इसी बीच सरिता के पति सोनू को उसके डिंपल के साथ संबंधों का पता चल गया था। उसने दोनों के मिलने-जुलने पर आपत्ति भी दर्ज कराई थी, परंतु उसका कोई असर नहीं हुआ था। 

अगस्त माह में सोनू ने कर लिया था सुसाइड
बताया जा रहा है कि सरिता के पति सोनू ने अगस्त माह में रेल से कटकर जान दे दी थी। करीब 2 माह बाद उसके दोस्त को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया हुआ सोनू का एक वीडियो मिला था, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए पत्नी सरिता, उसकी सहेली डिंपल और डिंपल के पति राकेश पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। सोनू के दोस्त ने उसके परिजनों को वीडियो दिखाया, तो मृतक की मां ने जीआरपी को शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद जीआरपी ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी।

 डिपंल के पति को मरवाने के लिए सुपारी
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि पति की मौत के बाद सरिता डिंपल के पति राकेश को भी रास्ते से हटाना चाहती थी। वह डिंपल को पति छोड़कर उसके साथ रहने के लिए दबाव बना रही थी, लेकिन डिंपल ने ऐसा करने से मना कर दिया। इसके बाद राकेश को मरवाने के लिए सरिता ने पड़ोस में रहने वाले जसवंत उर्फ आशु को 30 लाख रुपये दिए थे। आशु ने एक बार बहरोड़ जाकर राकेश को मारने का प्रयास भी किया था, परंतु वह सफल नहीं हो सका था। इसके बाद सरिता ने उस पर 30 लाख रुपये लौटाने का दबाव बनाया हुआ था। 

सरिता को निपटाने के लिए रमन की मदद
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि सरिता को निपटाने के लिए आशु ने योजना बनाई। उसने उसे किसी बहाने रेवाड़ी चलने के लिए तैयार किया। आशु ने अपने दोस्त रमन को बुलाया। सरिता घर से स्कूटी लेकर मार्केट पहुंची। वहां से तीनों बाइक पर बैठकर रेवाड़ी के लिए चले थे। रामगढ़ नहर के पास लघुशंका के बहाने बाइक रोककर जसवंत उर्फ आशु ने नुकीली वस्तु से सरिता की गर्दन पर वार कर दिए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। एसपी ने मर्डर की गुत्थी सुलझाने वाली टीमों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है।

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