रेवाड़ी: देश भर में ट्रेनों को डीरेल करने की साजिशों के बीच अटेली-रेवाड़ी के बीच डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर रेलवे ट्रैक पर रखा गया पत्थर मालगाड़ी के इंजन से टकरा गया। इंजन कंट्रोल से मिले अलर्ट के कारण मालगाड़ी डीरेल होने से बच गई। जीआरपी ने रेलवे एक्ट के तहत केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी। जीआरपी मामले में जांच कर रही है कि लाइन पर पत्थर किसने रखा था।
इंजन से टकराया पत्थर
रेलवे फ्रेट कॉरिडोर से एसएनएल-एमडीसीसी जब न्यू अटेली रेलवे स्टेशन और न्यू अनाजमंडी रेलवे स्टेशन के बीच पहुंची तो इंजन से एक पत्थर टकरा गया। डीएफसी के अधिकारियों ने इसकी सूचना जीआरपी को दी। इससे पूर्व इंजन कंट्रोल से मिले अलर्ट के कारण ट्रेन को रोक दिया गया, जिससे मालगाड़ी पटरी से उतरने से बच गई। सूचना मिलने के बाद जीआरपी मौके पर पहुंची और जांच की। जीआरपी को रेलवे लाइन के बीच एक भारी पत्थर मिला। डीएफसी के कार्यकारी अभियंता रोबिन सिंह की शिकायत पर जीआरपी ने केस दर्ज करने के बाद पत्थर रखने वालों की तलाश शुरू कर दी।
कभी भी हो सकता है हादसा
रेलवे लाइनों पर डीरेलमेंट की दो साजिश देश में पहले नाकाम हो चुकी हैं। अब रेवाड़ी के पास लाइन पर पत्थर मिलना किसी बड़ी साजिश की आशंका जाहिर कर रहा है। इस रेल लाइन पर ट्रेनों की रफ्तार काफी तेज होती है, जिस कारण लाइनों के बीच पत्थर रखने से बड़ा हादसा भी हो सकता है। जीआरपी को मौके पर बड़ा पत्थर मिला है, जो मालगाड़ी के इंजन से टकराया था। पुलिस ने पत्थर को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।