रेवाड़ी: एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत सोमवार को नामांकन वापसी के दिन बावल से जेजेपी प्रत्याशी पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल ने अपना नाम वापस ले लिया। नाम वापस लेते हुए जेजेपी के पदाधिकारियों ने रामेश्वर दयाल के साथ हाथापाई शुरू कर दी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव करते पूर्व विधायक को घर पहुंचाया। इसके बाद रामेश्वर दयाल की तबियत बिगड़ गई। पूर्व विधायक की ओर से अभी कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई है, परंतु वह जल्द ही हाथापाई करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।
चुनाव मैदान से हटने पर हुआ ड्रामा
रामेश्वर दयाल को जेजेपी ने बावल हलके से अपना प्रत्याशी बनाया था। वह चुनाव मैदान से हटने के लिए एसडीएम ऑफिस पर्चा वापस लेने के लिए गए थे। रामेश्वर दयाल का आरोप है कि नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद वह अकेले चुनाव प्रचार में लगे हुए थे। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का उन्हें कोई साथ नहीं मिला। वह अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम नहीं थे, इसलिए उन्होंने वर्करों की उपेक्षा से परेशान होकर अपना नाम वापस लेने का निर्णय लिया। जेजेपी जिलाध्यक्ष विजय पंच व दूसरे कार्यकर्ताओं ने नाम वापस न लेने के लिए काफी प्रयास किए, परंतु रामेश्वर दयाल अपने निर्णय पर अटल रहे। जैसे ही उन्होंने अपना नाम वाप लिया, पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने उनके साथ हाथापाई करना शुरू कर दिया।
समर्थन का फैसला दो दिन बाद
रामेश्वर दयाल के बेटे गोविंद ने बताया कि इस समय उनके पिता की तबियत खराब है। कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की है। अभी वह आराम कर रहे हैं। किसी अन्य प्रत्याशी को समर्थन के बारे में उन्होंने बताया कि दो दिन बाद समर्थकों की बैठक बुलाकर ही आगामी रणनीति का खुलासा किया जाएगा। मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बारे में अभी विचार किया जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई करने को लेकर पुलिस को शिकायत दी जा सकती है।