रेवाड़ी: बारिश के मौसम को देखते हुए बहती गंगा में हाथ धोते हुए फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट के अधिकारियों की मिलीभगत से राशन डिपो को सप्लाई किया जाने वाले गेहूं के सैकड़ों बैग भिगो दिए गए। दिन निकलते ही इस गेहूं को राशन डिपो पर पहुंचा दिया गया। भीगकर फूला हुआ गेहूं डिपो पर पहुंचा, तो डिपो होल्डरों ने आपत्ति जताई। बाद में कार्रवाई के डर से डिपोधारक उफ तक नहीं कर पाए। डीएफएससी ने मामला संज्ञान में आने की बात स्वीकार की, परंतु शिकायत नहीं मिलने के कारण कार्रवाई की बात से मना कर दिया।

सरकारी राशन की दुकानों पर पहुंचा भीगा हुआ गेहूं

खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से हर माह राशन डिपो पर आवंटन के लिए गेहूं की आपूर्ति की जाती है। हाल ही में बिठवाना अनाजमंडी में भंडारित गेहूं राशन डिपो पर भेजना था। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इस गेहूं को डिपो तक पहुंचने से पहले ही रात को पानी के टैंकर मंगवाकर भिगोया गया, ताकि गेहूं का वजन बढ़ जाए। इसके बाद अगली सुबह जल्दबाजी में डिपो पर भेजने के लिए इसका उठान करा दिया गया। अब यह फूला और भीगा गेहूं बीपीएल व एएवाई राशनकार्ड धारकों में आवंटित किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार कुछ डिपो धारकों ने भीगा हुआ गेहूं उतरवाने से मना भी किया, परंतु संबंधित अधिकारियों की फटकार के बाद डिपो धारक शांत हो गए।

कई गांवों से आ चुकी शिकायतें

कई राशन डिपो पर गत माह भी भीगा और सड़ा हुआ गेहूं मिलने की शिकायतें आई थी। कुछ गांवों में तो ऐसा गेहूं वितरित किया गया था, जो पशुओं के खाने के लायक भी नहीं था। कार्ड धारकों की ओर से अधिकारियों को शिकायतें भी की जाती हैं, परंतु बाद में मामला रफा-दफा कर दिया जाता है। डिपो पर हाल ही में सप्लाई किए गए गेहूं की जांच कराई जाए, तो इससे बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। इस मामले में विभाग के कुछ अधिकारियों के बेनकाब होने की पूरी संभावना है।

बरसात के पानी ने भिगो दिया गेहूं

सूत्रों के अनुसार एक अधिकारी के इशारे पर उठान से पहले दो टैंकर पानी रात के समय मंगवाया गया। इसके बाद तीन चट्टों में लगे गेहूं के कट्टों पर इस पानी का छिड़काव कराया गया। सुबह किसी ने इसका वीडियो भी बनाकर वायरल कर दिया। टीन शेड में लगा होने के बावजूद गेहूं को बरसात से भीगने का बहाना बनाकर डिपो होल्डरों को उतरवाने के लिए मजबूर कर दिया। जब तक मामला उच्चाधिकारियों के नोटिस में आता, तब तक सारे गेहूं का उठान हो चुका था।

अभी तक नहीं मिली कोई शिकायत

डीएफएससी अशोक रावत ने कहा कि यह मामला मेरी जानकारी में आ चुका है। सारे गेहूं का उठान हो चुका है। किसी डिपो होल्डर या अन्य व्यक्ति की ओर से शिकायत नहीं मिलने के कारण इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। अगर शिकायत मिलती है, तो इसकी जांच जरूर कराई जाएगी।