कड़ाके की ठंड के मिलने लगे संकेत: सीजन का सबसे ठंडा दिन व रात, प्रदूषण स्तर में चल रहा सुधार 

रेवाड़ी में दिन व रात का तापमान पहली बार सीजन में सबसे कम दर्ज किया गया। सर्दी का सीजन शुरू होने के बाद पहली बार न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस पर आया।;

Update: 2024-12-10 16:46 GMT
Mustard crop growing in the fields.
खेत में लहलहाती सरसों की फसल। 
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रेवाड़ी: दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में दिन व रात के तापमान पहली बार सीजन में सबसे कम दर्ज किया गया। सर्दी का सीजन शुरू होने के बाद पहली बार न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस पर आया, जिससे जल्द कड़ाके की ठंड शुरू होने के संकेत मिलने लगे हैं। दिन के समय मौसम लगातार साफ रहने से एक ओर जहां कोहरे से राहत मिली हुई है, तो दूसरी ओर प्रदूषण (Pollution) के स्तर में भी सुधार चल रहा है। इस सप्ताह के मध्य में मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है।

न्यनतम तापमान में गिरावट शुरू

न्यूनतम तापमान में दो दिन से गिरावट शुरू हुई है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस कम होकर 5.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। अधिकतम तापमान में भी मामूली कमी दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री की कमी के साथ 20.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। गत वर्ष 10 दिसंबर को अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री और न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। रात के तापमान में पहली बार सर्वाधिक कमी दर्ज की गई है, जिससे कड़ाने की ठंड जल्द शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार इस सप्ताह से मौसम में बदलाव आ सकता है। कोहरा नहीं पड़ने से रेल और सड़क यातायात सुचारू रूप से चल रहा है।

लहलहाने लगी खेतों में सरसों की फसल

दिसंबर माह में सरसों की फसल में तेजी से ग्रोथ हो रही है। इस बार जिले में लगभग 76 हजार हेक्टेयर जमीन पर सरसों की खेती की हुई है। अगेती बिजाई करने वाली सरसों पर फलियां तक आना शुरू हो गई है। गेहूं की फसल भी काफी अच्छी है। कृषि विशेषज्ञों (Agricultural Experts) के अनुसार मौसम फसलों के अनुकूल है। आने वाले दिनों में अगर बरसात नहीं होती है, तो पाला जमने से सरसों की अगेती फसल को नुकसान हो सकता है। ठंड बढ़ने पर किसानों को फसलों की हल्की सिंचाई करनी चाहिए, ताकि जमीन का तापमान बढ़ने से पाल नहीं जम सकें।

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