रेवाड़ी: नंगली परसापुर में एक युवक के साथ गांव के ही कुछ लोगों ने इस कदर मारपीट की कि उसके कान का परदा फट गया। उसे बावल पीएचसी से रेवाड़ी ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। तीन दिन तक अस्पताल में उपचार कराने के बावजूद पुलिस उसके बयान तक दर्ज करने के लिए नहीं पहुंची। आखिरकार युवक की मां ने एसपी से गुहार लगाई, तो पुलिस को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करना पड़ा। पुलिस मामले में जांच करते हुए आरोपियों की तलाश कर रही है।

मारपीट के दौरान फटा कान का परदा

एसपी को लिखे पत्र में सुशीला देवी ने बताया कि उसके बेटे बलजीत के साथ गांव के ही सतीश और उसके परिवार के सदस्यों ने 24 अक्टूबर को जमकर मारपीट की। आसपास के लोगों ने उसे छुड़वाया। उसके बेटे के शरीर पर कई जगह चोटें मारी गर्इ। उसे बावल सामुदायिक केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे रेवाड़ी रेफर कर दिया। बलजीत के कान का परदा भी मारपीट के कारण फट गया। तीन दिन तक उपचार के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया, लेकिन डॉक्टरों ने उसकी मेडिकल रिपोर्ट तक देने से इनकार कर दिया। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस उसके बेटे के बयान तक दर्ज करने के लिए नहीं पहुंची, जिस कारण उसे एसपी को शिकायत देनी पड़ी।

पांच के खिलाफ दर्ज हुआ केस

एसपी ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बावल थाना पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने एसपी के आदेश पर सतीश, चंचल, प्रमिला, सागर व समुंदर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एसएचओ लाजपत ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।