हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुट चुके हैं। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत तमाम राजनीतिक दल अपने विरोधियों से उनके पुराने कार्यों का हवाला देकर हिसाब मांग रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने जहां बीजेपी से हरियाणा में कराए गए कार्यों का हिसाब मांगा था, वहीं अब बीजेपी नेताओं ने भी भूपेंद्र हुड्डा पर पलटवार करते हुए जाट आरक्षण आंदोलन का जिक्र कर हिसाब मांगा है।

चंडीगढ़ में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए राज्यसभा सदस्य राम चंदर जांगड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी कमियों को छिपाने के लिए हरियाणा मांगे हिसाब अभियान शुरू किया है। हम भी भूपेंद्र हुड्डा से पूछना चाहते हैं कि रोहतक में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दंगों में जो भी जान माल का नुकसान हुआ, उसके लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस दंगे के चलते लोगों के बीच का भाईचारा पूरी तरह से बिगड़ गया था। सब एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए थे। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा को बताना चाहिए कि इन दंगों में उनकी क्या भूमिका थी।

रोहतक दंगे में कांग्रेस की भूमिका संदिग्ध

प्रेसवार्ता के दौरान हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष रणबीर सिंह गंगवा और हरियाणा ओबीसी सेल के अध्यक्ष करण देव कंबोज ने कहा कि इन दंगों के लिए कांग्रेस पूरी तरह से जिम्मेदार थी, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को खराब करने में कांग्रेस की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध रही है। कांग्रेस को सवाल पूछने की बजाए पहले अपने कृत्यों का जवाब देना चाहिए।

आज यह मामला क्यों उठा रहे

पत्रकारों ने जब बीजेपी नेताओं से सवाल पूछा कि इतने सालों के बाद रोहतक दंगा क्यों याद आ रहा है, तो बीजेपी नेताओं ने जवाब दिया कि हम हर साल रामलीला करते हैं ताकि हम राम को याद रख सकें। ऐसे में हमारी भी ड्यूटी है कि मतदाताओं को सही समय पर कुछ जरूरी चीजें अवश्य याद दिलानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही ऐसी एकमात्र पार्टी है, जो कि 36 बिरादियों को एक साथ लेकर चलती है। उद्देश्य है कि सबका साथ सबका विकास हो। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में हम जनता को जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दंगों की याद अवश्य दिलाएंगे ताकि जान सकें कि प्रदेश किसके हाथों में सुरक्षित रह सकता है।