Haryana Assembly Election 2024:  मोहन भारद्वाज। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। लोकसभा चुनावों में पांच सीट जीतने से उत्साहित कांग्रेस चुनावों की घोषणा से पहले ही विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर चुकी थी। टिकट वितरण से पहले कांग्रेस उम्मीदवारों को तीन स्तर पर परखेगी और तीनों कसौटी पर खरे उतरने वाले उम्मीदवारों को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। पार्टी में लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को भी उम्मीदवार नहीं बनाने पर लगभग सहमति बन चुकी है।

चुनाव की घोषणा से पहले ही 90 सीटों के लिए कांग्रेस के 2700 नेता टिकट के लिए आवेदन कर चुके हैं। हुड्डा और सैलजा के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही लड़ाई अभी भी कांग्रेस नेतृत्व के लिए अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। जिसे पार पाने के लिए आलाकमान उम्मीदवार तय करने के लिए दोनों दिग्गजों के लिए सीटों का कोटा निर्धारित करने पर भी विचार कर रहा है, परंतु इसमें कितनी सफलता मिलेगी यह तो उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। 

कांग्रेस में  पहली परीक्षा पूरी, दूसरी पर चल रहा काम 
उम्मीदवारों का नाम फाइनल करने के लिए कांग्रेस ने बंगलौर की मार्केटिंग एवं मैनेजमेंट कंपनी को सर्वे का काम सौंपा हैं। कंपनी एक सर्वे पूरा कर चुकी है और 11 अगस्त को शुरू हुआ सर्वे 20 अगस्त तक चलेगा। दूसरे सर्वे में कंपनी प्रत्येक सीट पर पांच से आठ उम्मीदवारों के नाम शार्टलिस्ट करेगी। दूसरा सर्वे पूरा होने के बाद तीसरा सर्वे शुरू किया जाएगा। जिसमें प्रत्येक विधानसभा के लिए तीन नाम शॉर्टलिस्ट किए जाएंगे। इसी सर्वे लिस्ट के आधार पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेंगी। इसी साल 25 मई को हुए लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व हिमाचल के सर्वे का काम इसी कंपनी को सौंपा था।


कांग्रेस को मिल सकती हैं 56 से 62 सीट 

बंगलौर की कंपनी ने अपने पहले सर्वे में कांग्रेस को प्रदेश की 90 में में 56 से 62 सीट मिलने की संभावना व्यक्त की है। लोकसभा चुनावों में भी कंपनी ने कांग्रेस को 10 में से पांच से आठ सीट मिलने की उम्मीद जताई थी और कांग्रेस पांच सीट जीतने में सफल रही। ऐसे में माना जा रहा है कि इसी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर 10 साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद में प्रदेश कांग्रेस के नेता उत्साहित दिख रहे हैं।

 
कांग्रेस के कैप्टन ने फिर दी हुड्डा को चुनौती 

मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे मानकर चल रहे भूपेंद्र हुड्डा को कुमारी सैलजा पहले से ही चुनौती देती रही है। विधानसभा चुनावों के बाद पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने भी सैलजा की लाइन पकड़ ली है। शुक्रवार को कैप्टन अजय यादव ने कहा कि टिकट वितरण में इस बार किसी नेता के लिए कोटा नहीं होगा।

राहुल गांधी स्पष्ट कर चुके हैं कि टिकट विरतरण में किसी नेता की एकतरफा नहीं सुनी जाएगी और सभी को बताकर ही टिकट दी जाएगी। कैप्टन ने हुड्डा के साथ राजबब्बर पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 दिन में सात लाख से अधिक वोट लेने के लिए उनके पास कोई जादू की छड़ी नहीं थी। रेवाड़ी में राजबब्बर को कोई नहीं जानता था, फिर भी उन्हें 60 हजार वोट मिले। जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह वोट कांग्रेस पार्टी व हमारे द्वारा जमीनी स्तर पर किए गए काम की बदौलत मिले।