Online sale of MTP kit : प्रदेश में भ्रूण लिंग जांच को लेकर कड़ी सतर्कता बरती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें हरियाणा ही नहीं आसपास के प्रदेशों में जाकर भी छापेमारी कर रही है। इसी कड़ी में अब स्वास्थ्य विभाग की नजर ऑनलाइन एमटीपी किट बेचने वालों पर है। एमटीपी किट की ऑनलाइन बिक्री की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फर्जी ग्राहक बनकर इसका भंडाफोड़ किया। अचरज की बात यह है कि ऑनलाइन आर्डर करने पर एमटीपी किट की डिलीवरी कोरियर के माध्यम से नागरिक अस्पताल में ही कर दी गई। पीएनडीटी मामलों के जिला नोडल ऑफिसर डॉ. संकेत सेतिया की शिकायत पर शहर सिरसा पुलिस ने आधा दर्जन वेबसाइट के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
22 को किया था ऑनलाइन ऑर्डर, 5 को डिलीवरी
डॉ. संकेत सेतिया की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि एमटीपी किट की खुली बिक्री प्रतिबंधित है। चिकित्सा अधिकारियों की देखरेख में जरूरी होने पर ही इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि गर्भपात में इस्तेमाल की जाने वाली एमटीपी किट की ऑनलाइन बिक्री के बारे में उन्हें सूचना मिली। इस पर उन्होंने ड्रग कंट्रोल ऑफिसर से संपर्क साधा। इसके बाद फर्जी ग्राहक बन एमटीपी किट के लिए ऑनलाइन आर्डर किया। इसके लिए 22 फरवरी 2025 को 674 रुपये ऑनलाइन भुगतान भी किया। बीती 5 मार्च को कोरियर से पार्सल सिविल अस्पताल पहुंचा, जिसकी वीडियोग्राफी की गई। पार्सल खुलने पर उसमें से एमटीपी किट निकली। शहर सिरसा पुलिस ने डॉ. संकेत सेतिया की शिकायत पर यूनिकमार्केट डॉट इन व अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के अलावा मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रगेंनेसी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।