मामा-भांजों का बड़ा ठग गिरोह : स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर कई को ठगा, फर्जी एडमिट कार्ड थमाए

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प्रतीकात्मक फोटो।
सोनीपत के मुरथल थाना क्षेत्र के गांव में सगे भाइयों पर अपने मामा के साथ मिलकर नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये की राशि के ठगने का मामला सामने आया है।

मामा-भांजों का बड़ा ठग गिरोह : सोनीपत के मुरथल थाना क्षेत्र के गांव में सगे भाइयों पर अपने मामा के साथ मिलकर नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये की राशि के ठगने का मामला सामने आया है। ठगों ने नौकरी के नाम पर छह युवकों को ठग लिया। पीड़ित युवक ने मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने इस संबंध में आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस आरोपित सगे भाइयों सहित उनके मामा की तलाश कर रही है।

कई बार किस्तों में 8 लाख रुपये लिए

गांव मुरथल निवासी सतेंद्र कुमार ने बताया कि करीब छह माह पहले उसकी पहचान मुरथल निवासी ललित के साथ हुई। ललित ने हेल्थ विभाग में बतौर चालक की नौकरी लगवाने की बात कही। ललित ने इसके लिए रुपये की मांग की। इस पर उसने आठ मई, 2024 को बैंक से निकालकर 90 हजार और दोस्त से उधार लेकर दो लाख दस हजार रुपये ललित के खाते में जमा करवा दिए। इसके बाद 10 जून को एक लाख पचास हजार रुपये निकालकर फिर से ललित के बैंक खाते में जमा करवा दिए। ललित ने और रुपये मांगे तो उसने 21 अगस्त को 40 हजार रुपये और जमा करवा दिए। ललित ने कई बार में उससे आठ 8,03500 रुपये की राशि ले ली।

फर्जी एडमिट कार्ड दिया, मामा को फर्जी सुपरिंटेंडेंट बनाया

करीब आठ लाख रुपये लेने के बाद ललित ने उसे एक एडमिट कार्ड दे दिया। इस बारे में पूछने पर ललित ने बताया कि उसने परीक्षा किसी और से दिलाई है। उसने एक व्यक्ति को हेल्थ विभाग का सुपरिंटेंडेंट के तौर पर परिचय करवाकर उससे मुलाकात करवाई। इस पर उसे यकीन हो गया। बाद में पता चला कि ललित आसपास के गांवों के रहने वाले कई युवकों के रुपये लेकर भाग गया। ललित के भागने की सूचना मिलने पर वह घर गया तो उसकी मां गीता ने कहा कि ललित यहां नहीं रहता।

गांव में जाकर पता किया तो कई पीड़ित और मिले, आरोपी फरार

गांव के आसपास के लोगों से पता किया तो जानकारी मिली कि ललित आसपास के गांवों के कई युवकों से नौकरी के नाम पर ठगी कर भाग गया है। इस दौरान पता चला कि जिससे सुपरिंटेंडेंट के तौर पर मिलाया था वह उसका मामा करनाल निवासी अशोक था। ललित उसके भाई योगेश व मामा अशोक उर्फ शौकी ने मिलीभगत कर इसके अलावा मिमारपुर के रहने वाले नरेश, अजय, मुरथल के संदीप, नवीन, मोहित, लाखू बुआना के नवीन कुमार से भी हेल्थ विभाग में नौकरी के नाम पर ठग लिया। मामले को लेकर पुलिस को अवगत करवाया। पुलिस ने इस संबंध में आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी एसआई मनमोहन सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जल्द से जल्द आरोपितों को काबू कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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