सोनीपत: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने देर सांय गोहाना स्थित फूड सप्लाई डिपो में कार्यरत सहायक रविंद्र, तकनीकी सहायक (क्वालिटी कंट्रोल) धर्मेंद्र को एक लाख 45 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में डिपो के मैनेजर नंदन सिंह को एसीबी की टीम ने बुधवार सुबह गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ रोहतक के एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

एक लाख 50 हजार रुपए मांगी थी रिश्वत

एसीबी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को सूचना प्राप्त हुई, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि वह जिला रोहतक के गांव घिलोड़ में राइस मील चलाता है। उसे हरियाणा स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन से 2023-24 के मीलिंग के लिए टेंडर मिला हुआ है। उसने फूड सप्लाई डिपो गोहाना में 115 ट्रक चावलों की सप्लाई पहले ही की हुई है। बताया गया कि इस मामले में आरोपी रविंद्र तथा धर्मेंद्र द्वारा सैंपल फेल होने व वेटेज संबंधी मुद्दों आदि का डर दिखाते हुए एक लाख 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की।

एसीबी ने रंगे हाथों किया काबू

रिश्वत मांगने के मामले की पुष्टि करते हुए एसीबी की टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना तैयार की। एसीबी टीम ने देर सांय आरोपी रविंद्र को 50500 रुपए तथा आरोपी धर्मेंद्र को 94500 की राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में डिपो के मैनेजर नंदन सिंह की भी संलिप्तता पाई गई, जिसे एसीबी की टीम ने बुधवार सुबह गिरफ्तार किया। एसीबी की टीम ने तीनों के खिलाफ रोहतक के एसीबी थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की।