सोनीपत: क्षेत्र में अलसुबह ही बारिश शुरू हो गई, जो लगभग दोपहर तक जारी रही। बारिश के चलते मौसम तो खुशनुमा हो गया, वहीं पर जगह-जगह जलभराव भी हो गया, जिसके चलते सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही। विशेषतौर पर प्रमुख चौक और चौराहों पर जलभराव के कारण लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। बारिश के चलते मुरथल यूनिवर्सिटी में भी कई जगहों पर जलभराव हो गया। इसके अलावा शनि मंदिर अंडरब्रिज में जलभराव होने पर जिला पार्षद ने ट्यूब के सहारे पानी में तैरकर विरोध जताया। दूसरी ओर बारिश के चलते किसानों को काफी राहत मिली। बारिश के चलते धान की फसल को फायदा हुआ है। आंकड़ों में बताएं तो जिले में औसत 40.8 एमएम बारिश हुई।

बरसात से हुआ जलभराव

मंगलवार अलसुबह ही बारिश शुरू हो गई, जो लगभग 12 बजे तक हल्की बूंदाबांदी के साथ जारी रही। बरसात के  कारण जिलेभर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति बनी रही। सोनीपत शहर के प्रमुख मार्गों और चौक पर जलभराव के कारण परेशानी बनी रही। सुबह के समय हुई बारिश के कारण अधिकतर स्कूल-कॉलेजों के पास जलभराव हो गया, जिसके कारण विद्यार्थियों की संख्या काफी प्रभावित रही। वहीं बारिश की वजह से मौसम में ठंडक बढ़ गई और दो-तीन दिनों से लगातार बढ़ रही गर्मी से राहत मिली। इसके अलावा तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। सुबह से लेकर दोपहर तक शहर के मुख्य मार्गों पर जलभराव बना रहा, जिसके कारण शाम तक शहर की मुख्य सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही।

यहां हुआ सबसे अधिक जलभराव

शहर के प्रमुख चौक चौराहे, जिसमें गीता भवन चौक, ककरोई चौक सरीखे व्यस्त चौक शामिल हैं। यहां पर जलभराव हुआ। इसके अलावा पॉश इलाके में गिने जाने वाले सेक्टर 15 में भी काफी मात्रा में बारिश का पानी इकट्ठा हो गया। इसके अलावा मिशन चौक, वेस्ट रामनगर की विभिन्न कॉलोनियां, मंडी का क्षेत्र आदि में जलभराव हुआ। इसी के साथ शनि मंदिर अंडरब्रिज में भी जलभराव हुआ, जिसकी वजह से अंडरब्रिज एक बड़ा तालाब बना रहा। दोपहर बाद तक ही यहां से बारिश का पानी निकाला जा सका।

ट्यूब लेकर अंडरब्रिज में तैरे जिला पार्षद

रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे जलभराव के विरोध में जिला पार्षद संजय बड़वासनिया ट्यूब लेकर गंदे पानी में उतरे और सरकार प्रशासन को जगाने के लिए काफी देर तक पानी में तैरते रहे। जिला पार्षद संजय बड़वासनिया ने कहा कि पूरे शहर में पानी निकासी का कोई भी प्रबंध नहीं है। हल्की सी बारिश होते ही सड़कों पर कई कई फुट पानी इकट्ठा हो जाता है और अंडर ब्रिज के नीचे 10 से 12 फुट पानी इकट्ठा हो जाता है। आमजन को भारी तकलीफ उठानी पड़ रही है। बारिश होते ही सड़क पर जाम लग जाता है। संजय ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि निगम की तरफ से सफाई के लिए जो बजट खर्च किया गया है, इसकी निष्पक्ष जांच हो और दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।