Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में खुशी की लहर दौड़ उठी है। हाईकोर्ट ने सोनीपत से कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र पंवार को बाइज्जत बरी कर दिया है। यह कांग्रेस के लिए बड़ी खुशखबरी है। कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया है। ईडी ने 20 जुलाई को हरियाणा के गुरुग्राम में उनसे पूछताछ की थी और फिर उन्हें 25 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अब कोर्ट से उन्हें राहत मिल गई है, इससे विपक्ष को करारा झटका लगा होगा।
सुरेंद्र पंवार ने जेल से ही भरा था नामांकन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरेंद्र पंवार ईडी की कस्टडी में थे, फिर भी कांग्रेस ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें टिकट दिया था। उन्होंने जेल से ही नामांकन भी भरा और अब कोर्ट ने उन्हें ईडी की गिरफ्तारी मामले में बरी करते हुए इस अरेस्ट को अवैध माना है। सुरेंद्र पंवार के जेल जाने के बाद उनकी पुत्र वधु समीक्षा पंवार ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी थी। अब सुरेंद्र पंवार के जेल से बाहर आने के बाद इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला भयंकर होने वाला है।
बीजेपी की ओर से निखिल मदान रेस में
बताते चलें कि सुरेंद्र पंवार एक खनन व्यापारी हैं। ईडी ने उनसे पूछताछ कर गिरफ्तार की और कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें अंबाला जेल में रखा गया था। 2019 के हरियाणा चुनाव में सुरेंद्र पंवार सोनीपत से कांग्रेस सीट पर विधायक थे, इस बार कांग्रेस ने फिर से उन पर भरोसा जताकर टिकट दिया है। बीजेपी ने इस सीट से नगर निगम के मेयर निखिल मदान को चुनावी मैदान में उतारा है। उन्होंने भी चुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी है, जब तक सुरेंद्र पंवार जेल में थे, तब तक निखिल मदान का पलड़ा भारी लग रहा था,लेकिन अब इस सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
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