सोनीपत: नागरिक अस्पताल में आपातकालीन कक्ष सहित वार्ड में मरीजों को बेड पर साफ-सुथरी चादरें मिले, उसके लिए प्रबंधन की तरफ से परिसर में लॉंड्री स्थापित की, जिसमें कपड़े धोने के लिए मशीन को लगाया गया। लेकिन एक माह से मशीन में तकनीकी खराबी आई हुई है, जिसके चलते समय पर चादर धोने के लिए कर्मचारियों को हाथों से चादरों व अन्य कपड़ों को धोने पर मजबूर होना पड़ रहा है। आपातकालीन कक्ष से लेकर वार्ड में बेड पर मरीजों को बिना चादरों के लेटना पड़ रहा है। प्रबंधन इस तरफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।
अस्पताल में सुविधाओं का टोटा
बता दें कि नागरिक अस्पताल को 100 बेड से 200 बेड का किया गया, लेकिन सुविधाएं नहीं बढ़ाई। सप्ताह में दिन के हिसाब से बेड पर चादरों को बिछाना निर्धारित किया हुआ है। वहीं अस्पताल में कपड़ों को धोने के लिए मशीन स्थापित की हुई है, ताकि समय पर मरीजों के लिए बेड व अन्य जगहों पर इस्तेमाल होने वाले कपड़ों की धुलाई हो सके। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते एक माह से कपड़े धोने की मशीन खराब पड़ी है। अस्पताल में तैनात धोबी कर्मचारियों को हाथों से कपड़ों की धुलाई करनी पड़ रही है। साथ ही कर्मचारियों को चादरों व बैड सीट को सुखाने के लिए भी दिक्कत हो रही है।
आपातकालीन कक्ष व वार्ड में चादरों की कमी
नागरिक अस्पताल के आपातकालीन कक्ष व प्रसूति विभाग में ज्यादा मात्रा में चादरों का इस्तेमाल होता है। लॉन्ड्री मशीन खराब होने के चलते कर्मचारियों को कड़ी मेहनत करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। समय रहते आपातकालीन कक्ष व प्रसूति विभाग सहित वार्ड में बेड पर चादर बिछाने के लिए धुली चादर नहीं मिल पा रही। जिसके चलते मरीजों को मजबूरन बिना चादर के ही बैड पर लेटना पड़ रहा है।
चादरों को धोने में कर्मचारियों को लग रहा समय
अस्पताल परिसर में लॉंड्री ऑटोमेटिक मशीन में एक बार में 50 से 60 चादर धोई जाती है। मशीन में कपड़े धोने में 5 से 6 घंटे का समय लगता था। मशीन खराब होने के कारण कर्मचारियों को हाथों से कपड़े धोने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मशीन बार-बार खराब हो रही है। अस्पताल की लॉन्ड्री की ऑटोमेटिक मशीन काफी पुरानी हो गई है। जिससे ज्यादा लोड आने पर खराब हो जाती है। अस्पताल में 1 लॉंड्री और 1 ही ड्राई मशीन है। जो करीब डेढ़ माह से खराब पड़ी हुई है। जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।