09 Jul 2024
पंचकूला शहर से लगभग 32 किमी दूर मोरनी गांव में स्थित मोरनी किला एक प्राकृतिक संग्रहालय और शिक्षण का केंद्र है।
मोरनी किले के अंदरूनी हिस्से में सुधार 1814 में किया गया था। इस किला में अभी भी चार मीनार स्थित है।
बताया जाता है कि यह किला करीब 200 साल पुराना है, लेकिन 2017 में 10 मिलियन की लागत से प्राकृतिक संग्रहालय में बदल दिया गया है।
मोरनी किला 17वीं शताब्दी में मोरनी पहाड़ी की चोटी पर करीब 1200 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया था।
बता दें कि मोरनी किले में संग्रहालय का निर्माण करने में 8 महीने लग गए थे। इस संग्रहालय में पर्यावरण संरक्षण और किले से जुड़ी तस्वीरों को दर्शाया गया है।