Yamunanagar: पहाड़ी इलाकों व यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में बीती रात से रुक रुक कर हो रही बारिश से जहां हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर दोपहर एक बजे बढ़कर 40 हजार क्यूसिक पहुंच गया। वहीं, शाम पांच बजे पहाड़ी इलाकों में बारिश रुकने से जलस्तर घटकर 36 हजार क्यूसिक रह गया। हथिनी कुंड बैराज के जलस्तर में उतार चढ़ाव को देखते हुए बैराज से यमुना में 16 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया। उधर, हथिनी कुंड बैराज के जलस्तर में हो रहे उतार चढ़ाव को लेकर संबंधित अधिकारी अभी सामान्य जलस्तर बता रहे हैं।

बारिश के कारण जलस्तर में देखने को मिल रहा उतार चढ़ाव
हथिनी कुंड बैराज के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात से पहाड़ी इलाकों व यमुना के कैचमेंट एरिया में रुक रुक कर कभी हल्की तो कभी तेज बारिश हो रही है। जिसकी वजह से हथिनी कुंड बैराज पर जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है। बुधवार सुबह दस बजे हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर सामान्य बह रहा था। मगर दोपहर एक बजे हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर बढ़कर 40 हजार क्यूसिक हो गया। जिसे लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया। मगर शाम पांच बजे हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर घटकर 36 हजार क्यूसिक रह गया। जो अभी सामान्य जलस्तर है। खास बात यह है कि बैराज पर जलस्तर के उतार चढ़ाव को देखते हुए फिलहाल अपस्ट्रीम में चल रही बोटिंग (वॉटर स्पोटर्स) को बंद कर दिया गया है।

कैचमेंट एरिया में अभी भी छाए हैं बादल
बुधवार को दिन भर पहाड़ी व मैदानी इलाकों में कभी घने तो कभी हल्के बादल छाए रहे। मगर इस दौरान कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश हुई। जिसकी वजह से हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी रहा। बैराज के सूत्रों ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से बुधवार को यमुना में 16 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। उन्होंने आशंका जताई कि पहाड़ी इलाकों व कैचमेंट एरिया में तेज बारिश होने पर हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर बढ़ सकता है। उधर, सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी कोई चिंता करने वाली बात नहीं है। हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर सामान्य स्तर पर है।

सोमनदी में आया उफान
बिलासपुर इलाके में बीती रात हुई तेज बारिश से क्षेत्र की बरसाती सोमनदी व पथराला नदियों में जलस्तर बढ़ने से वह उफान पर पहुंच गई। इस दौरान सोमनदी के साथ लगते नीचले इलाकों में पानी भरने से लोग परेशान हो गए। मगर गनीमत यह रही कि बुधवार शाम होते होते सोमनदी का जलस्तर कम हो गया और वह सामान्य स्तर पर पहुंच गई।