Jharkhand Development Schemes: केंद्र सरकार ने बीते एक दशक में झारखंड की तस्वीर बदलने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। वन संपदा और खनिज से भरपूर इस राज्य में रेलवे, सड़क और हवाई नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स को शुरू किया गया है। इन योजनाओं के चलते झारखंड अब देश के प्रमुख शहरों से बेहतर तरीके से जुड़ चुका है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के विस्तार का लोकार्पण किया, जिससे प्रदेश के महत्वपूर्ण शहरों की कनेक्टिविटी और मजबूत हो गई है।

 

वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने बीते रविवार को झारखंड में तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेनें टाटानगर-पटना, देवघर-वाराणसी और टाटानगर-बेरहामपुर मार्ग पर चलेंगी। ये रेलमार्ग न सिर्फ यात्रियों के समय की बचत करेंगे, बल्कि धार्मिक और औद्योगिक कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा देंगे। 

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टाटानगर-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस (Tata-Patna Vande Bharat) सप्ताह में छह दिन चलेगी और यात्रा का समय सात घंटे रहेगा। इसके अलावा देवघर-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस (Deoghar-Varanasi Vande Bharat) धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करेगी, क्योंकि यह दो प्रमुख तीर्थ स्थलों को जोड़ने वाली ट्रेन है। इन ट्रेनों से झारखंड का रेल नेटवर्क और भी बेहतर होगा। जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।

शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
केंद्र सरकार ने झारखंड के शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को भी मजबूत करने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है। एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके अलावा एम्स देवघर(AIMS Deoghar) की स्थापना से प्रदेश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे झारखंड के ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है।

रेलवे नेटवर्क का विस्तार
मोदी सरकार ने झारखंड में रेलवे नेटवर्क के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया है। रांची-पटना और रांची-हावड़ा मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने से यात्रियों का समय कम हो गया है। इसके अलावा रांची-लोहरदगा-टोरी रेलवे लाइन का नवीनीकरण और विद्युतीकरण माल ढुलाई और यात्री ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत झारखंड के स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिससे भविष्य में राज्य लॉजिस्टिक्स और ट्रांजिट हब के रूप में उभर सकता है।

हवाई यात्रा में क्रांति
झारखंड में हवाई यातायात के विकास को देखते हुए केंद्र सरकार ने कई अहम प्रोजेक्ट्स को शुरू किया है। देवघर एयरपोर्ट की शुरुआत प्रदेश में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुई है। इससे बाबा बैद्यनाथ धाम आने वाले धार्मिक पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है और स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिल रहा है। भविष्य में बोकारो और दुमका एयरपोर्ट की शुरुआत की योजना भी है, जो प्रदेश की हवाई कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगी।

औद्योगिक क्षेत्र में विकास
झारखंड में औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र सरकार ने कई परियोजनाओं को शुरू किया है। बोकारो और बरही में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का निर्माण स्थानीय ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रहा है। इसके अलावा, सिंदरी नैनो यूरिया संयंत्र यूरिया आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह संयंत्र झारखंड और आसपास के राज्यों में किसानों को सस्ता और किफायती उर्वरक उपलब्ध कराता है। झारखंड को पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर में भी शामिल किया गया है, जिससे यहां के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयां मिल रही हैं।

केंद्र की इन योजनाओं से क्रांतिकारी परिवर्तन
केंद्र सरकार की इन योजनाओं ने झारखंड की कनेक्टिविटी, औद्योगिक विकास, और सामाजिक बुनियादी ढांचे में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए हैं। बुलेट ट्रेन, वंदे भारत एक्सप्रेस, हवाई नेटवर्क और औद्योगिक क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों से झारखंड की तस्वीर तेजी से बदल रही है। आने वाले समय में झारखंड को एक प्रमुख आर्थिक और औद्योगिक हब के रूप में देखा जा सकता है।