Jairam Mahto: झारखंड के डुमरी से विधायक जयराम महतो की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चुनाव आयोग ने जयराम महतो और उनकी पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) पर जांच बैठा दी है। जयराम महतो और उनकी पार्टी पर विदेशी फंडिंग जुटाने के आरोप हैं। जयराम ने कथित तौर पर विधानसभा चुनाव में सऊदी अरब से फंडिंग जुटाई थी। झारखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी ने बोकारो जिला आयुक्त को अब इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।
राहुल ने की थी शिकायत
पश्चिम बंगाल के राहुल बनर्जी ने चुनाव आयोग से जयराम महतो के विदेशी फंडिंग हासिल करने की शिकायत की थी। राहुल ने शिकायत में कहा था कि जयराम महतो ने अपनी पार्टी JLKM के लिए सऊदी अरब से चुनाव फंडिंग जुटाई। यह मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट (MCC) और चुनावी नियमों का उल्लंघन है। शिकायत में मांग की गई कि महतो की पार्टी का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाए। साथ ही उनके चुनावी प्रक्रिया में शामिल होने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए।
विदेशी फंडिंग: चुनावी नियमों का उल्लंघन
भारत के चुनावी कानूनों के तहत राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवार विदेशी स्रोतों से किसी भी प्रकार की फंडिंग नहीं ले सकते। ऐसा करना गैर कानूनी है। शिकायत में कहा गया है कि JLKM ने विदेशी फंडिंग हासिल कर चुनाव की निष्पक्षता को कमजोर करने की कोशिश की। बता दें कि जयराम महतो ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर चुनाव में मदद करने वाले सऊदी अरब में रह रहे लोगों को धन्यवाद दिया था। इनका नाम भी साझा किया था।
सऊदी में रहने वाले हमारे प्रवासी भाईयो के तरफ़ से सहयोग 🙏🙏
— Tiger jairam mahto (@JairamTiger) November 17, 2024
प्रवासी भाईयो का धन्यवाद 🙏🙏 pic.twitter.com/Et42pmfatb
पार्टी नेताओं का पक्ष और आरोपों का असर
JLKM के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी के सभी उम्मीदवारों ने चुनाव के दौरान QR कोड का उपयोग कर दान प्राप्त किया। हालांकि, उन्होंने सऊदी अरब से फंडिंग प्राप्त करने के आरोपों को खारिज कर दिया। पार्टी ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। महतो हाल ही में एक और विवाद में फंसे थे, जब उन्होंने अपने सहायक को रिश्वत लेने के आरोप में पीटने की धमकी दी थी। इस घटना ने उनकी छवि पर सवाल खड़े किए थे। अब विदेशी फंडिंग के आरोपों ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।