NEET UG Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई टीम ने झारखंड के हजारीबाग से OASIS स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल पर शिकंजा कसा है। दोनों दो गिरफ्तारी के बाद शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले सीबीआई टीम ने बिहार की राजधानी पटना से दो लोगों को गिरफ्तार किया था। यह NEET पेपर लीक केस में सीबीआई द्वारा पहली कार्रवाई थी। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पेपर लीक की जांच सीबीआई को सौंपी है।
ओएसिस स्कूल पर जांच एजेंसी को था संदेह
सीबीआई टीम ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से दोबारा पूछताछ की थी। अधिकारियों को शक था कि 3 मई को क्वेश्चन पेपर का पैकेट स्कूल में ही खोला गया। FSL टीम ने भी सबूत इकट्ठे किए हैं। इसी स्कूल में यूजीसी नेट परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने का भी संदेह है। टीम ने वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम का मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है।
CBI ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल से तीन मुख्य सवाल पूछे: पेपर के पैकेट में टेंपरिंग कैसे हुई, पैकेट के बॉटम में कट मार्क्स क्यों पाए गए, और एग्जाम हॉल में प्रश्नपत्र 15 मिनट देर से क्यों पहुंचा। इन सवालों पर प्रिंसिपल फंस गए और CBI ने दोबारा पूछताछ के लिए उन्हें स्कूल लेकर गई।
पटना के मनीष पर छात्रों को आंसर रटवाने का आरोप
CBI ने एक दिन पहले गुरुवार (27 जून) को पटना से मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किया था। मनीष पर आरोप है कि उसने पटना में एक प्ले स्कूल बुक कर वहां 20-25 उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र और उत्तर रटवाए। मनीष प्रकाश नीट पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपियों में से एक है। उसने परीक्षा से एक दिन पहले अपने दोस्त आशुतोष के जरिए परीक्षार्थियों के लिए लर्न एंड प्ले स्कूल की बुकिंग कराई थी। बताया जा रहा है कि इसी स्कूल में उम्मीदवारों को आंसर रटवाए गए थे। इसी स्कूल में से आधा जला हुआ नीट प्रश्नपत्र मिला, जो केस में अहम सबूत है।
पटना की बेऊर जेल में पूछताछ
CBI की टीम ने दो अन्य संदिग्धों चिंटू और मुकेश को 8 दिन की रिमांड पर लिया। चिंटू NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का रिश्तेदार है और उसके मोबाइल पर ही पेपर आया था। मुकेश उम्मीदवारों को उस स्कूल में ले गया था जहां सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
6 राज्यों तक फैले हैं नीट पेपर लीक के तार
CBI 6 राज्यों - बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी में पेपर लीक मामले की जांच कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों के आपसी संबंधों की पड़ताल की जा रही है। CBI को संदेह है कि गिरफ्तार आरोपी केवल कांट्रैक्टर हैं, असली अपराधी कोई और है। पुराने अपराधियों से भी पूछताछ की जाएगी।