Who is Kalpana Soren: इन दिनों झारखंड की राजनीति में कल्पना सोरेन का नाम चर्चा में है। कल्पना राज्य के सबसे बड़े सियासी परिवार की मंझली बहू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) प्रमुख शिबू सोरेन की बहू कल्पना अराजनीतिक हैं। वे विधायक नहीं हैं, फिर भी मंगलवार को विधायक दल की बैठक में शामिल हुईं। पार्टी की तरफ से अभी उन्हें कोई राजनीतिक जिम्मेदारी देने की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि अगर जमीन घोटाले में फंसे हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी होती है तो उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
भाजपा भी यही राग अलाप रही है। सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि अगर गिरफ्तारी होती है तो हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को सीएम पद पर बैठाने की प्लानिंग कर रहे हैं।
राबड़ी देवी से हो रही तुलना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों को कई बार खारिज कर चुके हैं। लेकिन अब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस बीच कल्पना की तुलना बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी से होने लगी है। 1996 में लालू प्रसाद की गिरफ्तारी के बाद राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री बनी थीं।
जानिए क्या करती हैं कल्पना सोरेन? 10 बड़ी बातें
- 47 साल की कल्पना सोरेन मूल रूप से ओडिशा में मयूरभंज जिले के रायरंगपुर अनुमंडल के तेंतला गांव की रहने वाली हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नाता भी इसी इलाके से है।
- कल्पना की शादी 17 साल पहले 7 फरवरी 2006 को हेमंत सोरेन से हुई थी। इनके दो बच्चे हैं। निखिल और अंश। कल्पना की संथाली, ओड़िया, हिंदी, अंग्रेजी जैसी भाषाओं पर अच्छी पकड़ है।
- कल्पना के पिता अम्पा मुर्मू भारतीय सेना से रिटायर्ड अधिकारी और एक बिजनेसमैन हैं। उनकी मां एक गृहिणी हैं। कल्पना बिजनेस और चैरिटी के काम से जुड़ी हैं।
- कल्पना सोरेन रांची में एक प्ले स्कूल चलाती हैं। एक प्राइवेट कंपनी की डायरेक्टर भी हैं। जैविक खेती से भी जुड़ी हैं।
- 1946 में रांची में जन्मी कल्पना ने इंजीनियरिंग और एमबीए की पढ़ाई की है। वे अपने स्कूल में ब्लड डोनेशन कैंप चलाती रही हैं।
- कल्पना सोरेन कोई सियासी पहचान नहीं है। इसलिए उनके सीएम बनने के लिए अपनी सीट खाली करने के लिए एक वर्तमान विधायक की आवश्यकता होगी। बीजेपी के निशिकांत दुबे के मुताबिक, कल्पना के सीएम बनने के प्रस्ताव पर हेमंत के भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन सहमत नहीं थे।
- हेमंत के भाई ने किसी भी पारिवारिक कलह से इनकार किया और कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा परिवार एकजुट है और निशिकांत दुबे के परिवार में ही कलह होती रहती है।
- निशिकांत दुबे ने कहा कि मंगलवार को झामुमो की बैठक में कम से कम 35 विधायक मौजूद थे, जहां कल्पना सोरेन को अगला मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा गया था।
- विधायकों ने कथित तौर पर बिना किसी नाम के समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए क्योंकि ऐसी अटकलें हैं कि मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की स्थिति में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को बागडोर सौंपी जाएगी।
- कल्पना सोरेन मंगलवार को रांची में राज्य के मंत्रियों और पार्टी विधायकों की बैठक में मौजूद थीं। ये बैठकें भाजपा के इस दावे के बीच हुईं कि ईडी द्वारा उनके दिल्ली आवास पर नहीं मिलने के बाद हेमंत सोरेन फरार हो गए। हेमंत सोरेन सड़क मार्ग से दिल्ली से रांची पहुंचे और दो बैठकें कीं।
आज रांची में आवास पर पूछताछ करेगी ईडी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आज बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूछताछ करेगी। इसके लिए जांच एजेंसी की टीम दोपहर एक बजे रांची में सीएम आवास पहुंचेगी। कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ करेगी। अब तक सोरेन को 10 बार समन जारी हो चुका है।