Corruption during Covid in Anuppur: कोरोना कॉल में लोग जब जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे थे, तब भी मध्यप्रदेश के कुछ अफसर और नेता कमाई करने में जुटे थे। घटनाक्रम अनूपपुर जिले का है। जहां  68 रुपए की जांच किट 4156 रुपए में खरीदनी गई है। मामला सामने आने के बाद EOW ने ADM और CMHO सहित 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की एफआईआर में बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग ने अनूपपुर जिले में 778 उपकरण खरीदने के लिए 7 करोड़ का बजट जारी किया था, लेकिन अफसरों ने 11 हजार कीमत वाले इन उपकरणों को 17 हजार रुपए में खरीदा है। इसी तरह कोविड जांच के लिए 68 रुपए की आरएफ किट को 4156 रुपए में खरीदा गया था। मामले में पांच सप्लायर्स को भी आरोपी बनाया गया है। 

उपकरण एप्रूवब रेट खरीदी रेट
टेबल टॉप आक्सीमीटर  8350  47410.70
आरएफ किट  68   4156 
हाइड्रोलिक लेबर टेबल  37900 85000
आक्सी सिलेंडर जंबो  10999 16900 
नेबुलाइजर एडल्ट 1875   4500 
वर्टीकल हाईप्रेशर ऑटोक्लैब  18400 19800 
ऑटोरीफ्रेक्टोमीटर  222000 44964 
एक्जामिनेशन टेबल  6499 15254 
आईसीयू बेड 55960 136964.29

भोपाल के तीन कारोबारियों सहित इन पर FIR
फर्जीवाड़े में ईओडब्ल्यू ने अनूपपुर के CMHO डॉ. बीड़ी सोनवाने, तत्कालीन स्टोर कीपर  रामखेलावन पटेल,  तत्कालीन लेखापाल महेश कुमार दीक्षित, तत्कालीन एडीएम बीडी सिंह, तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. एसआर परस्ते, जैतहरी बीएमओ डॉ. बीपी शुक्ला, क्रय समिति के सदस्य डॉ. डीके कोरी, डॉ. मोहन सिंह सहित 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसमें उपकरण सप्लाई करने वाली कंपनी मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल्स प्राइवेट गौतम नगर भोपाल की डायरेक्टर सुनैना तिवारी, मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड गौतम नगर भोपाल के डायरेक्टर जितेंद्र तिवारी के अलावा अनुजा तिवारी, गौतम नगर, भोपाल, शैलेंद्र तिवारी गौतम नगर भोपाल व महेश बाबू शर्मा गौतम नगर भोपाल को भी आरोपी बनाया गया है। 

पिता-पुत्र और बहुओं ने की सप्लाई 
ईओडब्ल्यू की जांच में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। भोपाल के जिन कारोबारियों के खिलाफ एफआईआर हुई है, उनमें से पांच लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। आरोप है कि अलग-अलग तीन  फर्मों के जरिए 13 प्रकार के उपकरणों की सप्लाई की है। मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल्स प्राइवेट की संचालक सुनैना तिवारी, मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड के संचालक जितेंद्र तिवारी, अनुजा तिवारी, शैलेंद्र तिवारी और महेश बाबू शर्मा सभी आरोपी भोपाल के गौतम नगर में रहते हैं। पिता-पुत्र और पुत्रवधु का रिश्ता है।