Job fraud in MP : ग्वालियर नगर निगम में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद विश्वविद्यालय पुलिस ने फर्जीवाड़े से नौकरी पाने वाले व्यक्ति कैलाश कुशवाहा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उनके खिलाफ डिप्टी कमिश्नर अनिल कुमार दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया कि कैलाश भाई की मार्कशीट के बूते बाबू बना है, 4 साल पहले उसके रिश्तेदार ने नगरनिगम प्रशासन से शिकायत की थी। जिसमें अब जाकर कार्रवाई की गई है।
दामाद ने खोली पोल
डिप्टी कमिश्नर अनिल दुबे ने पुलिस को बताया कि मुरैना निवासी कैलाश पुत्र काशीराम और उसका भाई रणेन्द्र सिंह कुशवाह दोनों हायर सेकंडरी की एक ही मार्कशीट के सहारे नौकरी प्राप्त की थी। लंबे समय तक दोनों लोग नौकरी करते रहे। कैलाश नगरनिगम में सहायक वर्ग-3 के पद पर सेवारत थे। जबकि, रणेन्द्र सिंह राज्य पॉवर लूम बुनकर सहकारी संघ मर्यादित शाखा ग्वालियर में पदस्थ हैं। जांच में पता चला कि कैलाश ने रणेंद्र की मार्कशीट पर कांटछांट कर अपना नाम दर्ज किया था और नगरनिगम में नौकरी हासिल की थी। चार साल पहले जौरा निवासी दामद अशोक ने ग्वालियर नगरनिगम शिकाय दर्ज कराते हुए कैलाश की पोल खोल दी थी।
माध्यमिक शिक्षा मंडल से फर्जी निकली मार्कशीट
अशोक ने शिकायत के साथ हायर सेकंडरी मार्कशीट की छाया प्रति भी सौपी थी। जिसे जांच के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल भेजा गया। सहायक सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने रिकार्ड में मार्कशीट रणेन्द्र सिंह कुशवाह के नाम दर्ज होना बताया। जिसके बाद कैलाश की विभागीय जांच कर नौकरी से बर्खास्त कर पुलिस से शिकायत की गई। विवि थाना पुलिस ने कैलाश के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और धारा 471 के तहत एफआईआर दर्ज की है।